वाराणसी: सीएम योगी की फटकार के बाद भी जाम की समस्या से नहीं मिल रही हैं मुक्ति
वाराणसी: सीएम योगी द्वारा लगायी गयी फटकार भी रही पुलिस पर बेअसर। हर दिन लोग मुख्य सड़कों पर सुबह से लेकर शाम तक जाम से परेशानी का झेल रहे हैं। रेहडि़यों एवं वाहनों का अतिक्रमण सड़क के दोनों तरफ लगा हुआ है एवं पांच हजार से ज्यादा ऑटो बिना परमिट के भी सड़को पर भी चल रहे है। शहर में जाम की मुख्य वजह स्थान – स्थान पर बन गये अवैध वाहन स्टैंड हैं। बारिश के मौसम में टूटी सड़कों पर जल जमाव एवं निर्माण कार्यों के कारण की गई खुदाई ने स्थिति को और गंभीर बना दिया हैं।
प्रशासन द्वारा दिया जाये ध्यान
यदि इन पर पुलिस एवं प्रशासन द्वारा ध्यान दिया जाये तो स्थिति सुधर जरूर ही सकती हैं। जाम में फंसे लोग जो की छोटे-बड़े चौराहों एवं तिराहों पर फंसे होते है उन्हें उनके ही हाल पर छोड़ दिया गया। तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी एक कोना पकड़ कर मोबाइल में व्यस्त नजर आते है। शहर में रोजाना घंटों लगने वाले जाम को लेकर पुलिस अधिकारियों ने एक एवं दो सितंबर के दो दिवसीय दौरे पर नाराजगी जाहिर की थी एवं इसका समाधान कार्ययोजना बनाकर कराने को कहा था।
राहगीरों की मुश्किलें नहीं हो रही है कम
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से ऐसा कोई कड़ा प्रयत्न किया जा रहा हो ऐसा नजर नहीं आया जिससे कि राहगीरों की सड़कों पर मुश्किलें सरल हुई हों। मंगलवार को शहर की जद में रहे जाम जिनमें गोदौलिया से मैदागिन, विश्वेश्वरगंज, नई सड़क, गुरुबाग, लंका स्थित मालवीय चौराहा, संकटमोचन से दुर्गाकुंड तक, भिखारीपुर तिराहा से ककरमत्ता तक, कमच्छा, अस्सी, शिवाला, रथयात्रा से महमूरगंज मार्ग सिगरा, फातमान, लहुराबीर, कबीरचौरा, नदेसर, अर्दली बाजार, पांडेयपुर चौराहा सहित अन्य भी सम्मलित रहे।
सैलानियों को भी उठानी पड़ रही है मुसीबत
इससे स्कूली बच्चों एवं एंबुलेंस सवार मरीजों सहित काशी भ्रमण पर आए देश और दुनिया के श्रद्धालुओं और सैलानियों को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। ऑटो के अवैध स्टैंड चाहे वह भिखारीपुर तिराहा हो, लंका स्थित मालवीय चौराहा हो, दुर्गाकुंड चौराहा हो, पांडेयपुर चौराहा, चांदपुर चौराहा हो या शहर के अन्य इलाके सभी पर यह धड़ल्ले से चल रहे हैं। इन वाहन स्टैंड के संचालकों के विरुद्ध कभी कार्रवाई नहीं होती है। कई अवैध स्टैंड संचालक तो यह तक कहते रहते हैं कि ऑटो का नंबर वो ट्रैफिक पुलिस से इजाजत मिलने के बाद ही लगाते रहते हैं।