Varanasi में ‘साहब’ को पता भी नहीं, मातहत के रहते नो इंट्री में धड़ल्‍ले से घूम रही है ट्रक

Varanasi में ‘साहब’ को पता भी नहीं, मातहत के रहते नो इंट्री में धड़ल्‍ले से घूम रही है ट्रक

Varanasi. शहर में जाम की समस्या का होना वैसे तो कोई नई बात नहीं है ट्रैफिक और सिविल पुलिस सहित हम बनारसियों का भी जाम लगवाने में अच्छा खासा सहयोग रहता है। सुबह सात बजे के बाद Varanasi में भारी वाहनों के आवगमन पर जहां प्रतिबन्ध लग जाता है उसके बाद भी सुबह दस बजे के बाद प्रतिदिन विशेश्वरगंज जैसी बड़ी मंडी में भी ट्रकें सरलता से जाती आती रहती है। रोज की ही तरह बुधवार को भी ऐसा ही हुआ जब विशेश्वरगंज मंडी से एक ट्रक निकली तो लंबा जाम लग गया पर यह ध्यान देने के लिए वहां पर कोई नहीं था जिसका जैसे मन हो आते रहो जाते रहो।

टीआई साहब ऑटो सहित बाइक का करते है चालान

हम आपको बता दें कि जहां एक तरफ भदऊ चुंगी के पास काशी स्टेशन पुल के नीचे रोज़ सुबह एक टीआई साहब ऑटो सहित बाइक का चालान करने में लगे रहते हैं वहीं दूसरी तरफ सुविधा शुल्क पर ट्रकें आराम से आती जाती रहती हैं।

कालभैरव चौराहे पर रहता है अत्यधिक जाम

वहीं हर दिन सुबह Varanasi के कालभैरव चौराहे पर अत्यधिक जाम लगता है यहां पर पुलिस मात्र शो पीस की तरह खड़ी रहती है। बताते चलें कि जाम की स्थिति आज सुबह भी थी जिस की वजह बनी नो इंट्री में घुसी ट्रक। स्थानीय दुकानदार रमेश सेठ ने बताया कि यह बात कोई नई बात नहीं है प्रतिदिन सात बजे के बाद दो से तीन ट्रकें यहां आपको सामान उतरते हुए नजर आ ही जाएंगी और दस से ग्यारह के बीच में ये ट्रकें प्रहलाद घाट होते हुए बाहर निकलती हैं क्योंकि गोलगड्डा के रास्ते में थाना आदमपुर पड़ता हैं।

साहब करते है नियमों की अनदेखी

ज्ञात करावा दें कि पुलिस कर्मियों की ड्यूटी कोतवाली थाना क्षेत्र और आदमपुर थानाक्षेत्र में पड़ने वाले ये दोनों स्थान पर रहती तो है पर साहब को मिलने वाले सुविधा शुल्क पर आदेश भी नहीं दिखता। टीआई साहब नियमों को तोड़ने के साथ गाड़ी में बैठे-बैठे टेम्पो बाइक से राजस्व का खज़ाना भरते हैं।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.