मिलेगा सात करोड़ का पुरस्कार युवा बेरोजगारी दूर करने का उपाय बताने वाले को

मिलेगा सात करोड़ का पुरस्कार युवा बेरोजगारी दूर करने का उपाय बताने वाले को

वाराणसी:बेरोजगारी की समस्या दिन दोगुनी रात चौगुनी तेजी से बढ़ती ही जा रही है। इस बेरोजगारी की समस्या से जूझने वालों में युवाओं की तादात कुछ कम नहीं हैं। अब एक बार फिर से युवा बेरोजगारी को दूर करने की दिशा में नए कदम उठाए गए है। इस दिशा में सकरात्मक कदम उठाते हुए बिल क्लिंटन फाउंडेशन, संयुक्त राष्ट्र संघ एवं हल्ट इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल, यूएसए की तरफ से हल्ट प्राइज प्रतियोगिता विश्व स्तर पर कराई जा रही है। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी बनारस में यह प्रतियोगिता आईआईटी बीएचयू में होगी। इस प्रतियोगिता में सात करोड़ रुपये का पुरस्कार युवा बेरोजगारी दूर करने का सर्वश्रेष्ठ समाधान बताने वाली छात्रों की टीम को प्रदान किया जाएगा। बीएचयू और उससे संबद्ध कॉलेजों के छात्र-छात्रा इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।

प्रतियोगिता का पंजीकरण हुआ प्रारम्भ

विश्वस्तरीय होने वाली इस प्रतियोगिता का पंजीकरण प्रारम्भ कर दिया गया है। हल्ट प्राइज बीएचयू के कैंपस निदेशक अनमोल अग्रवाल ने 23-24 को आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि इस साल प्रतियोगिता का विषय ‘युवा बेरोजगारी’ रखा गया है। इस जटिल समस्या का सबसे अच्छा समाधान बताने वाली छात्रों की टीम को सात करोड़ रुपये की धनराशि का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। जहां 23-24 अक्टूबर को पहले चरण की प्रतियोगिता संस्थान में कराई जाएगी वहीं नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में दूसरे चरण की प्रतियोगिता आयोजित कराई जाएगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने करने का मौका विजेता टीम को प्रदान किया जायेगा। हल्ट प्राइज के पब्लिसिटी हेड सुशांत कुमार सिन्हा ने बताया कि यह प्रतियोगिता उन सभी छात्रों के लिए बिना किसी शुल्क के रखी गई है जो कि बीएचयू तथा इससे संबंधित कालेज से है। जो छात्र प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते है अपना पंजीकरण करावा सकते है। मीडिया और ब्राडकॉस्ट हेड अनुराग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीएचयू की दो टीमों का चुनाव पिछले वर्ष हुआ था एवं विश्व की श्रेष्ठ 20 टीमों में आईआईटी (बीएचयू) की प्रबंधन टीम ने अपनी जगह बनाई थी।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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