बेकसूर किशोर को पुलिस ने घर से उठाया, रिश्वत लेकर छोड़ा
वाराणसी: रिश्वत लेने को लेकर एक मामला मिर्जापुर से सामने आया जो कि यूपी पुलिस का है। निर्दोष किशोर को जिले के अहरौला थाने की पुलिस रात दो बजे घर से उठा लाई एवं लॉकअप में बंद कर दिया। सिर्फ इतना ही नहीं दो हजार रिश्वत लेने के बाद दूसरे दिन शाम को उसे छोड़ा।
क्षेत्र जनप्रतिनिधियों से की शिकायत
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से पीड़ित ने इसकी शिकायत की तब उन्होंने एसपी से इसकी शिकायत सहित कार्रवाई करने का भरोसा जताया। पुत्र अजय अहरौला थाना क्षेत्र के पैड़िया गांव का निवासी है पीड़ित शुभम सिंह (16)। अजय सिंह जो कि शुभम के पिता का आरोप है कि उनके गांव के कुछ युवको की संगत गलत लोगों से है।
जांच के दौरान हुई आरोपियों की पहचान
बताते चले कि अहरौला थाना क्षेत्र के गोपालगंज बाजार में नौ नवंबर को मेला लगा था। जहां पर पड़ोसियों से अजय की मारपीट हो गई। जब तक पुलिस वहां पहुँचती तब तक सारे आरोपी वहां से भाग निकले। आरोपियों की पहचान पुलिस द्वारा जांच के दौरान की गई। नौ नवंबर की रात तकरीबन दो बजे पुलिस गिरफ्तारी के लिए गांव पहुंची। कोई भी आरोपी वहां पर नहीं पाया गया।
पांच हजार रुपये की रखी मांग
हम आपको बताते चले कि वहीं अजय सिंह का आरोप है कि पुलिस को जब पड़ोसी नहीं मिले तो पुलिस पड़ोसी के दरवाजे पर खड़ी बाइक सहित अजय के बरामदे में सो रहे उसके बेटे शुभम को भी उठाकर थाने साथ ले गई। सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस द्वारा शुभम को हवालात में बंद कर दिया गया। अजय सिंह अपने बेटे को छुड़ाने के लिए दस नवंबर को वहां पहुंचे। इस दौरान पुलिस द्वारा अजय के बेटे को छोड़ने के पांच हजार रुपये की मांग रखी गई।
एसओ ने बताया संज्ञान में नहीं है मामला
काफी प्रयत्न के बाद दो हजार रुपये लेकर पुलिस द्वारा शाम में उसे छोड़ा गया। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से इसकी शिकायत अजय सिंह ने की। उन्होंने एसपी से शिकायत करने सहित दोषी पाए जाने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कार्यवाही कराए जाने का भरोसा भी दिलाया। वहीं एसओ अहरौला अयोध्या तिवारी ने से इस मामले के संबंध में संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि मामले उनके संज्ञान में नहीं है। अगर किसी ने रिश्वत मांगी है तो दोषी के खिलाफ इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी।