काशीवासियो ने मंदसौर निर्भया के स्वस्थ के लिए कराया पाठ
मंदसौर में हुयी हैवानियत को लेकर देश की जनता एक बार फिर सोचने पर मजबूर है की क्या इंसान शैतान का रूप ले चूका है, क्या मानवता एकदम ख़त्म हो चूका है। मंदसौर में एक सात वर्षीय कक्षा तीन की छात्रा के साथ हुए गैंग रेप के बाद पूरा भारत दहल उठा है। एक बार फिर लोगों के दिल में आक्रोश है। इंदौर के अस्पताल में भर्ती में मंदसौर की “निर्भया” की हालत अब स्थिर है पर अभी भी उसके शरीर के घाव भरे नहीं हैं। डाक्टर ने संक्रमण से बचाने की सलाह दी है। मंदसौर की “निर्भया” के लिए काशी में भी लोगों ने भगवान् से उसके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की और उसके दोषियों को सख्त सज़ा की मांग की।
जल्द स्वस्थ हो जाये देश की बेटी
मध्यप्रदेश के मंदसौर में कक्षा तीन की बच्ची के साथ की हैवानियत के बाद बच्ची इंदौर के अस्पताल मे इस समय गंभीर स्थिति में है। इसको लेकर पूरे भारत में आक्रोश है। कोई विरोध प्रदर्शन कर रहा है तो कोई बच्ची के स्वास्थ्य के लिए भगवान से प्रार्थना। शहर के पातालपुरी मठ में मठाधीश बाबा बालक दास के नेतृत्व में बटुकों और समाजसेवियों ने हनुमान चालीसा का पाठ करके “निर्भया” के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की।
इस सम्बन्ध में विशाल भारत संस्था के संस्थापक डॉ राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि आज हम सभी ने मंदसौर की निर्भया के स्वास्थ्य लाभ के लिए भगवान हनुमान से प्रार्थना की है साथ ही हमने उन दोनों हैवानो आसिफ और इरफ़ान को दंड दिए जाने की भी प्रार्थना की है। इन दोनों को इतना भयानक दंड दिया जाये ताकि दुबारा ऐसा कृत्य न हो। हम सभी एक तरफ से उन दोनों को फांसी की सज़ा की मांग कर रहे हैं।
हैवानो के परिवार वालों को भी जेल में डाला जाए
डॉ राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी मांग है सरकार से की सिर्फ लड़कियों को ही नहीं बल्कि लड़कों को भी नैतिकता का पाठ पढाया जाए और ऐसे लोगों का समर्थन करने वाले लोगों और दोनों ही हैवानो के परिवार वालों को भी जेल में डाला जाए ताकि आने वाले समय में कोई ऐसे जघन्य अपराध के बारे में सोचे भी न।
पूरा मानव समाज शर्मसार हुआ है
पातालपुरी मठ के महंत बाबा बालकदास ने बताया कि जो मंदसौर में घटना हुई है इससे पूरा मानव समाज शर्मसार हुआ है। बच्ची अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। बच्ची के स्वास्थ्य के लिए हमने आज हनुमान चालीसा का पाठ करवाया है और हमारी मांग है सरकार से कि दोनों हैवानो को फांसी की सज़ा दी जाए और ऐसी सज़ा दी जाये की पूरा समाज उससे सीख ले और दुबारा किसी की हिम्मत लड़कियों को इस दृष्टि से देखने की न हो।