वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध मोबाइल टावर सील
वाराणसी विकास प्राधिकरण इन दिनों अवैध निर्माण के खिलाफ सक्रीय हो गयी है, इसी क्रम में शुक्रवार के दिन सिकरौल वार्ड की प्रवर्तन टीम द्वारा अवैध निर्माण के विरुद्ध कार्यवाही करते कड़े कदम उठाएं गयें।
अवैध निर्माण के विरुद्ध तेज़ हो रही है कार्यवाही
अप्पको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले मुस्लिम बहुल इलाके दालमंडी में पहली बार अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू हुआ जिसके तहत प्रशासन, वीडीए और नगर निगम का दस्ता भारी फोर्स के साथ पहुंचा था और खूब बुलडोज़र चलाये गयें थे इसी क्रम में दिनांक 27.04.18 को उपाध्यक्ष महोदय द्वारा प्रदत्त निर्देश के क्रम में प्राधिकरण की सिकरौल वार्ड की प्रवर्तन टीम द्वारा अवैध निर्माण के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए जोनल अधिकारी श्री राजकुमार के नेतृत्व में अवैध स्थापित मोबाइल टावर को सील कर दिया गया एवं सील स्थल को क्षेत्रीय थाने की अभिरक्षा में दिया गया।
मोबाइल टावर को भी किया गया सील
इस पुरे अभियान में जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि श्रीमती कमला शर्मा के अवैध भवन संख्या एस 8/454 ए-क, खुजरी, पाण्डेयपुर, वाराणसी पर अवैध स्थापित टाटा कंपनी के एक अवैध मोबाइल टावर को भी वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा सील किया गया।
अभी कुछ दिन पहले वीडीए के जोनल अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया था कि वाराणसी विकास प्राधिकरण को काफी शिकायते मिल रही थी, उसी क्रम में यह अभियान चलाया जा रहा है और आगे भी यह अभियान निरंतर चलता रहेगा।
इन ख़बरों के बीच एक सवाल जो लगातार मन में उठता है कि खुद वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा बनाई गई कई पुरानी कॉलोनी में जमकर अवैध निर्माण हुआ है, जिनमे से प्रमुख रूप से अशोक विहार कालोनी फेज-1, फेज-2, प्रेमचन्द कालोनी, आवास-विकास, लालपुर इत्यादि हैं जिनमे जमकर लोगो ने अवैध निर्माण करते हुए सारे नियमो को ताख पर रखा है। लेकिन वीडीए लगातार उन कालोनियों को क्यों नजरअंदाज करता रहा है?