दो प्रवासी मजदूर नाव पर हुए क्वारन्टाइन
वाराणसी। देश में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बाहर प्रदेश से आ रहे प्रवासी मजदूरों को क्वारन्टीन किया जा रहा है। ऐसे में प्रवासी मजदूरों को अपने ही गृह जनपद में क्वारन्टीन किए जाने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में वाराणसी में गुजरात से लौटे 2 प्रवासी मजदूरों ने खुद को गंगा किनारे नाव पर वारंटी किया है। इन प्रवासी मजदूरों ने अपने घरवालों को सुरक्षित रखने के लिए वाराणसी से लगभग 24 किलोमीटर दूर गाजीपुर बॉर्डर पर कैथी गांव में खुद को नाव पर क्वारन्टीन किया है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस कैथी गांव में विश्व प्रसिद्ध मार्कंडेय महादेव का मंदिर है और पूरी दुनिया यहां दर्शन के लिए उमड़ती है।
इसी कैथी गांव के रहने वाले पप्पू निषाद अपने दोस्त के साथ गुजरात से वापस आया और खुद को गंगा की लहरों पर क्वारन्टीन कर लिया।
पप्पू और उसका दोस्त गुजरात में अपने दोस्त के साथ गन्ने की पराई का काम करता था और स्वास्थय परीक्षण के बाद जब अपने घर पहुंचा तो उसके घर ताला लगा हुआ देखा। पता चला कि उसकी मां बच्चों समेत चंदौली आप के बहन के घर चली गयी है।
लोगों की मदत से कुछ बर्तन और जरूरत की सामग्री लेकर खुद को और आपने दोस्त को पारिवारिक नाव पर क्वारन्टीन कर लिया।
न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।