लकड़ी से बनी इससे खूबसूरत राखी देखी नहीं होगी आपने, बनारस का कमाल 

लकड़ी से बनी इससे खूबसूरत राखी देखी नहीं होगी आपने, बनारस का कमाल 

वाराणसी। कहते हैं भाई बहन के रिश्ते जैसा रिश्ता कोई और नहीं होता। इस रिश्ते में जितनी ही नोकझोंक होती है उतना ही प्यार होता है। भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन नजदीक आ चुका है। इस साल 22 अगस्त को रक्षाबंधन मनाई जाएगी। साल भर भाई-बहन इस दिन के इंतजार में रहते हैं। इस दिन बहन द्वारा अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने का रिवाज सदियों से चला आ रहा है। यूं तो ये त्यौहार हिन्दू संस्कृति का हिस्सा है। लेकिन ये इस त्योहार की पवित्रता और आकर्षण ही है कि ये धर्म की सीमा से बाहर निकल चुकी है। रक्षाबंधन के दिन हर बहन अपने भाई को राखी बांधती है। बदले में भाई अपने बहन की रक्षा का वादा  करता है। 

इस तरोहाय की पवित्रता को और बढ़ाते हुए वाराणसी में कुछ उद्यमी लकड़ी की राखी बना रहे हैं। ताकि लोगों को चायनीज राखी से मुक्ति मिल सके। वाराणसी के ये दुकानदार अपनी मेहनत से घर पर ही लकड़ी से राखी बना रहे हैं। लकड़ी पर बारीक नक्काशी से ये राखी बेहद आकर्षक दिख रहे हैं। एक तरफ ये काम घरेलु उद्योग को बढ़ावा देने वाला है तो दूसरी ओर ये राखी शानदार कलाकारी का अद्भुत नमूना भी है। 

वाराणसी के कश्मीरीगंज में राखी की दुकान चला रहे रामेश्वर सिंह कहते हैं कि “ये हमारा पुश्तैनी काम है। हमारे दादा और पिता भी यही काम करते थे। हमलोग लकड़ी की राखी बनाते हैं ताकि लोगों को चायनीज प्रोडक्ट से छुटकारा मिले। ये लकड़ी से बनी हुई राखी है, जिसे हमलोग वाराणसी में ही बनाते हैं।” रामेश्वर सिंह के लकड़ी की राखियां वाराणसी के अलावा दूसरे जगहों पर लोगों को खूब लुभा रही हैं। उन्हें दिल्ली के हाट से भी इस बार आर्डर मिला है। वाराणसी की लकड़ी की राखियां अब देश की राजधानी में बिकेंगी। रामेश्वर सिंह का लक्ष्य है कि बाजार से चायनीज प्लास्टिक वाले राखियों का प्रभुत्व समाप्त कर दिया जाए और लोग अपने देश में बनी लकड़ी की आकृषक और टिकाऊ राखी ही खरीदें।


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Vikas Srivastava