मंदिर में से गायब मिली मूर्तियां, भाजपा नेता पर लगा शिवमंदिर तुड़वाने का आरोप
वाराणसी: शहर के आदमपुरा थाना क्षेत्र के हनुमानफाटक मुहल्ले में मकान नम्बर A 31/94 में सैकड़ो वर्ष प्राचीन मंदिर को तोड़कर उसमें स्थापित शिवलिंग व मां काली की मूर्ति गायब करने पर क्षेत्र वासियों में आक्रोश भड़क गया। क्षेत्र के नागरिकों ने बताया कुछ साल पहले एक व्यक्ति ने मंदिर वाली जमीन की खरीदी थी और लोगो ने उसी व्यक्ति पर संदेह जाहिर किया है।
आसपास के लोगों का आरोप है उन्होंने ही मंदिर के बाहर चहारदीवारी बनाकर रातों रात मंदिर को तोड़कर पूरी तरह से ज़मीदोज़ कर दिया। मंदिर में स्थापित प्राचीन शिवलिंग व मां काली की मूर्ति को भी गायब कर दिया। सुबह जब लोगों ने मंदिर टूटा देखा तो आक्रोशित हो गए। क्षेत्र के लोगों ने बताया वर्षों पुरानी परंपरा रही हैं में मां काली का भव्य श्रृंगार व हवन पूजन होता चला आ रहा है।
क्षेत्रवासियों ने किया थाने पर प्रदर्शन
अष्टमी के दिन क्षेत्र के लोग परिसर में गए तो देखा मंदिर गायब और मंदिर में स्थापित प्राचीन शिवलिंग और मां काली की प्रतिमा मंदिर से गायब है। इस पुरे मामले की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग आक्रोशित हो उठे। इस घटना से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने पुलिस पर पैसे लेकर मंदिर तोड़वाने व मूर्तियां हटवाने के साथ आदमपुर थानाध्यक्ष पर पैसे लेकर पुरे मामले को दबाने का भी आरोप लगाया।
क्षेत्रवासियों ने इलाके के ही दो लोगों पर मंदिर तोड़ने व मूर्तियां गायब करने का आरोप लगाया है। वे उन दोनों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वही क्षेत्र में चर्चा है जिन्होंने मंदिर वाले भवन को खरीदा है वह भाजपा नेता व पूर्व विधायक के रिश्तेदार हैं। क्षेत्रवासियों का रोप हैं कि पूर्व विधायक के दबाव में ही यह सब किया गया है।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर इस पुरे मामले को लेकर जनता का गुस्सा फुट पड़ा इससे उत्तेजित क्षेत्रीय नागरिकों ने मंगलवार को आदमपुरा थानाध्यक्ष पर मामले को दबाने का आरोप लगाया और थाने पर प्रदर्शन भी किया।