छुट्टा पशुओ के समस्या से जूझ रहे लोगो ने लगायी प्रशासन से गुहार, लहुराबीर में संपन्न हुयी सभा
वाराणसी: वैसे तो शहर में छुट्टा पशुओं की वजह से कई सारी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसी तरह के एक मामले में दो सांडों के टकराव की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुकी बीएचयू की छात्रा निधि यादव का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है।
हालात यहां तक गंभीर हो चुके हैं, कि काशी के निवासियों ने भोलेनाथ के शहर में उनके सांडों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में रविवार को नागरिकों और बीएचयू के छात्रों की ओर से आजाद पार्क लहुराबीर में सभा का आयोजन किया गया जहां संकल्प लिया गया कि जब तक प्रशासन की ओर से छुट्टा पशुओं आतंक पर रोक नहीं लगाई जाती है, और इसके रोकथाम लिए कारगर पहल नहीं की जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही छात्र निधि यादव की मौत के जिम्मेदार अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व छात्र नेता सुनील यादव ने कहा कि बनारस को स्मार्ट सिटी बनाने का वादा बस जुमला नजर आ रहा है, जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। उन्होंने अपने सरकार के स्मार्ट सिटी के वादे को “सांड सिटी” में तब्दील होता बताया, और कहा कि शहर में बंदरों के आतंक से जनता का जीना मुहाल हो गया है छुट्टा पशुओ की वजह से शहर में आये दिन दुर्घटनाये होती रहती है।
और सरकार इस मामले में हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है इसके साथ सभा को संबोधित करते हुए महिला संगठन युवा नेता कुसुम वर्मा ने कहा एक तरफ तो प्रधानमंत्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ किनारे को जोर-शोर से उछालते हैं।