कोलकाता से फूल मंगवा होगा कुष्मांडा माँ का वार्षिक श्रृंगार महोत्सव
काशी जिसे धार्मिक नगरी कहा जाता है। यहाँ हर एक पूजा विशेष महत्त्व रखता है। ऐसे ही में एक प्रचलित पूजा है माँ कूष्मांडा देवी का वार्षिक श्रृंगार महोत्सव जिसको प्रत्येक वर्ष बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष के तरह इस वर्ष इस महोत्सव को धूम धाम से मानाने की तैयारी किया जा रहा है।
कोलकाता संग काशी के फूल मंडी से मंगवाया फूल
मां कूष्मांडा देवी के वार्षिक श्रृंगार महोत्सव में माता का श्रृंगार कोलकाता के फूलों से होगा। शुक्रवार को माता का श्वेत पुष्पों से श्रृंगार किया जाएगा। माता के श्रृंगार के लिए कोलकाता से फूल मंगाने के साथ ही काशी के फूल मंडियों से भी मंदिर की सजावट के लिए फूल मंगाए गए हैं। सात से 12 सितंबर तक शृंगार व संगीत महोत्सव का आयोजन होगा।
छह दिनों तक चलेगा माँ का श्रृंगार
छह दिनों तक चलने वाले श्रृंगार महोत्सव में माता के स्वरूप का अलग-अलग शृंगार किया जाएगा। मंदिर परिसर और गुंबद पूरी तरह से लाल रंग की लालिमा से दमक रहा है। दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्मांडा देवी के वार्षिक श्रृंगार महोत्सव की तैयारी जोर शोर से चली। पहले दिन शुक्रवार को मां का सफेद फूलों से श्रृंगार होगा।
हर दिन अलग होता आकर्षण
इसके साथ ही पूरे मंदिर परिसर को विद्युत झालरों से आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। माता के दरबार को मोर पंखी से भी आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा। मंदिर के महंत व श्रृंगार महोत्सव के संयोजक पं. कौशलपति द्विवेदी ने बताया की छह दिवसीय श्रृंगार महोत्सव में माता का छह तरह से शृंगार और वेद का पारायण भी किया जाएगा। छह दिनों तक होने वाली सांस्कृतिक संध्या में देश के दिग्गज कलाकार अपनी हाजिरी लगाएंगे।