काशी में अयोध्या फैसले का स्वागत, भंडारे का आयोजन कर जताई ख़ुशी
वाराणसी। आज सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले के ऐतिहासिक फैसले के बाद देश में फैसले को लेकर रुझान आने शुरू हो गए हैं। काशी में भी संत, विद्वान और मुस्लिम महिलाओं ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को ऐतिहासिक फैसला बताया।
विशाल भारत संस्थान लगातार हिन्दू- मुस्लिम एकता का मिशाल कायम करता रहा है। विशाल भारत संस्थान और टाइगर जोगिन्दर सिंह मेमोरियल सोसाइटी द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आज फिर से एक बार धार्मिक एकता बरकरार रखते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और भंडारे का आयोजन कर दोनों धर्मों को भोज करवाया।
वहीं सालों से राम की आराधना कर रही नाजनीन अंसारी ने इस फैसले से खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि राम हमारे पूर्वज थें और उनका मंदिर बनने का स्थान मिल गया। ये फैसला उन लोगो के लिए तमाचा साबित हुए है जो दो भाइयों के विवाद में अपनी राजनीतिक रोटी सेकते थें।
वहीं मौजूद लोगो ने फैसले पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की की एक लम्बे समय से चले आरहे रहे विवाद का खात्मा आज हुआ हैं। सबको सर्वोच्च न्यायलय के फैसले को मानते हुए आपसी भाई चारे को बनाये रखना चाहिए। काशीवासियों ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।
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