जानिए किन मानकों के आधार पर खुलेंगे मंदिर
वाराणसी। भले उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर धार्मिक मंदिर खोल देने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन धर्म की राजधानी काशी में अभी भी मंदिरों को नहीं खोला गया है।
जिला प्रशासन ने मानकों को विशेष ध्यान में रखकर मंदिर खोलने की बात कही है, लेकिन जब देश में 8 जून से अलग-अलग स्थानों पर मंदिरों को खोल दिया गया तो वही धर्म की राजधानी में अभी भी मंदिर नहीं खुले हैं।
हालाकी संबंधित थाने को सूचीबद्ध तरीके से मंदिरों को जाकर एक फॉर्म देना है जिसको भरकर वह थाने पर देंगे और उसके बाद जिला अधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम के द्वारा मंदिरों का निरीक्षण किया जाएगा। अगर मानक सही हुए तो मंदिर को खोलने की अनुमति दी जाएगी और अगर मानक सही नहीं हुआ तो मंदिर बंद रहेगा।
कोरोनावायरस से बचाव को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर में भी कुछ इसी तरीके की तैयारी की गई है जहां ऑटोमेटिक सेनेटाइजेशन की चार मशीनें लगाई गई हैं तो वहीं सुरक्षाकर्मियों को मास्क पहनकर ड्यूटी पर आना अनिवार्य कर दिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए 2 मीटर की दूरी पर रिंग भी बनाए गए हैं तो वही मंदिरों से कोई प्रसाद नहीं मिलने की बात कही गयी है।
बाबा विश्वनाथ का दर्शन मात्र झांकी से ही मिल पाएगी। श्रद्धालुओं पर प्रसाद और पूजा की सामग्री को लेकर ऊपर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाई है। जिला प्रशासन के निर्देश के अनुसार सीमित लोगों को ही मंदिर परिसर में एंट्री मिलेगी जिसके लिए खास दिशा निर्देश दिए गए है।
बीमार लोग मंदिर में नहीं आएंगे, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को मंदिर परिसर से बाहर रखा जाएगा क्योंकि कोरोना काल में यह कोरोनावायरस की चपेट में आ सकते हैं। तो इसलिए आस्था और विश्वास दोनों ही मजबूत रहे इसको देखते हुए जिला प्रशासन की गठित टीम ने आस्था निरीक्षण शुरू कर दिया है।
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