वाराणसी: बीएचयू में छात्रों का फिर से होगा सत्यापन तब मिलेगा हॉस्टल
वाराणसी: 14 अक्तूबर से बीएचयू में बंद हॉस्टलों को खोलने की तैयार है। इस बार छात्रों का नए सिरे से सत्यापन कराने का निर्णय कमरा आवंटन से पहले लिया गया है। इसमें सिर्फ उनके ही नहीं बल्कि उनके परिवार के मुख्य सदस्यों की भी जानकारी ली जाएगी। हर माह परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के साथ ही छात्रों व अभिभावकों संग बैठक भी की जाएगी।
हॉस्टल खाली कराने का आदेश किया गया था जारी
24 सितंबर को विश्वविद्यालय में हॉस्टल खाली कराने का आदेश कला संकाय एवं मेडिकल छात्रों के बीच मारपीट सहित पत्थरबाजी व आगजनी की घटना के अगले दिन से ही जारी कर दिया गया था। जहां 25 सितंबर को कुछ छात्रो द्वारा तो वहीं बिरला छात्रावास, रूईया मेडिकल, धनवंतरि, सुश्रुत छात्रावास को 26 सितंबर की दोपहर तक खाली करावा दिया गया था। हम आपको बताते चले कि संकाय से लेकर विभाग तक हॉस्टल के न खुलने से छात्रो द्वारा चक्कर पर चक्कर लगाए जा रहे है। वहीं छात्रों ने कुलपति से पिछले दिनों हॉस्टल खुलवाने की मांग रखी थी, जिसके बाद उनके द्वारा कमरा आवंटित किए जाने का आश्वासन 14 अक्तूबर से गया था।
छह छात्रों को स्टैंडिंग कमेटी के सामने किया गया तलब
आरोपी विधि संकाय के छह छात्रों को जूनियर डॉक्टरों व छात्रों के बीच हुई मारपीट और बवाल की घटना में बीएचयू में 24 सितंबर को नोटिस दिया गया है। बता दे कि 16 अक्तूबर को इन छह छात्रों को स्टैंडिंग कमेटी के सामने बयान दर्ज कराने के लिए तलाब किया गया है। 16 अक्तूबर को दोपहर तीन बजे स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन के समक्ष छात्र सुमित कुमार सिंह सहित अनुपम कुमार, नीतिश सिंह अभिनव पांडेय, प्रकाश सिंह, विक्रांत शेखर सिंह को भी बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है। बीएचयू में जूनियर डॉक्टरों और छात्रों के बीच 24 सितंबर को मारपीट हुई थी। जिस कारण यहां पर छात्रों द्वारा जमकर बवाल हुआ था। 28 सितंबर तक बीएचयू को पथराव, आगजनी और हिंसा के बाद बंद कर दिया गया था। वहीं साथ ही हास्टल भी खाली करा लिए गए थे।