बीएचयू की छात्राओं का एक नया मामला आया प्रकाश में, प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दी कारवाई की चेतावनी
वाराणसी: ऐसा लगता है कि बीएचयू में छात्राओं और विवाद का चोली – दामन का साथ हो गया है, इसी कड़ी में एक बार फिर से बीएचयू में एक नया मामला प्रकाश मे आया है। जिसमें बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के तीन छात्राओं को देर रात तक हॉस्टल से बाहर घूमने की शिकायत पर 15 दिन के लिए कक्षा से निलंबित किए जाने की चर्चा पूरे कैंपस में फैली हुई है।
हालांकि इस मामले में चीफ प्रॉक्टर प्रोफ़ेसर रोयना सिंह ने ऐसी किसी भी कार्रवाई से इनकार करते हुए, हमें बताया कि इस बार छात्राओं को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
इस घटना में पिछले शुक्रवार को रुइया खेल मैदान के पास कुछ छात्राओं को घूमते हुए देखा गया था। कुछ छात्रों ने इसकी शिकायत प्रॉक्टोरियल बोर्ड से की इसके बाद मौके पर पहुंचे बोर्ड के सदस्यों ने देखा तो कुछ छात्र भी वहां छात्राओं के साथ थे, और वह बोर्ड के सदस्यों को देखते ही भागने लगे।
जब प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने छात्राओं से पूछताछ की तो छात्राओ ने चाय पीने जाने की बात कही, इसके बाद बोर्ड सदस्यों न केवल छात्राओं को हॉस्टल पहुंचाया बल्कि उनके परिवारजनों को भी इसकी सूचना दी। आपको बता दें कि विश्वविद्यालय में रात 8:00 बजे के बाद हॉस्टल के बाहर घूमने पर प्रतिबंध है। इससे पहले भी इसी तरह की कई घटनाओ में छेड़खनी के मामले प्रकाश में आये है। हलाकि इस बार छात्राओं को भविष्य में ऐसा न करने के साथ सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।