वाराणसी में पुलिस ने तीस्ता सीतलवाड़ को विद्यापीठ कैंपस से बाहर खदेड़ा, NSUI के छात्रों पर किया लाठीचार्ज
वाराणसी: जैसे – जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव पास आता जा रहा है वैसे – वैसे ही बनारस में राजनीतिक हलचल बढ़ती जा रही है। इसी मामले में बनारस पहुंची मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को लेकर मंगलवार को विद्यापीठ कैंपस में जबरदस्त हंगामा हुआ। आपको बता दें की महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अपने कार्यक्रम में तीस्ता सीतलवाड़ पहुंची थी, जहा कार्यक्रम की अनुमति को लेकर यह सारा हंगामा शुरू हुआ।
जिसमें वाराणसी पुलिस ने मंगलवार को काशी विद्यापीठ में कार्यक्रम में शिरकत करने आए मानवाधिकार कार्यकर्ता और वामपंथी बुद्धिजीवी तीस्ता सीतलवाड़ को बल प्रयोग कर कैंपस से बाहर खदेड़ दिया और साथ ही इसके विरोध में नारेबाजी कर रहे लोगों की भी पुलिस ने पिटाई की, इस मामले में कैंपस में प्रतिबंध के बावजूद नारेबाजी और अशांति फैलाने के मामले में 6 लोगो को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नोटिस देने की तैयारी की जा रही है।
काशी विद्यापीठ छात्रसंघ की ओर से समिति कक्ष में ‘सोशल मीडिया के दौर में पत्रकारिता की भूमिका’ विषयक कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इसके लिए तीन दिन पहले अनुमति मांगी गई।
जबकि विद्यापीठ प्रशासन का कहना है कि अनुमति पत्र में तीस्ता सीतलवाड़ सहित शामिल होने वाले प्रमुख लोगों के नाम का जिक्र नही किया गया था। जब सोमवार की शाम सोशल मीडिया पर सीतलवाड़ के आने की सूचनाएं मिलने लगी तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ पदाधिकारियों से रात में इसपर वार्ता की, और उनकी सहमति से आवंटन निरस्त कर दिया गया।
हलाकि तीस्ता सीतलवाड़ ने अनुमति के बावजूद प्रवेश रोकने और जोर जबरदस्ती करने का आरोप लगाया है। उन्होंने छात्रों की पिटाई व पुलिस की मौजूदगी में एबीवीपी के विरोध की भी आलोचना की।