बढ़ सकती हैं बीएचयू के दोषी डॉक्टरों के लिए समस्याएं, पुलिस ने दर्ज़ किया इन धाराओं में मामला
वाराणसी: बीएचयू में हुआ शुरू हुआ विवाद थमता नज़र नहीं आ रहा हैं एक ओर जहा जूनियर डॉक्टर अनैतिक कार्य करने के बावजूद हड़ताल पर बैठे हुए हैं जोकि चोरी के ऊपर सीनाजोरी वाला मामला प्रदर्शित करता हैं। वही अधिवक्ता घनश्याम मिश्रा के पुत्र आकाश मिश्रा पर बीएचयू अस्पताल हमले के आरोप में लंका थाने दर्ज़ मामले में पुलिस ने धराए बढ़ा दी हैं। साथ ही पुरे मामले की जांच शुरू कर दी हैं, आपको बता दे कि अदलात के आदेश पर लंका पुलिस ने यह कार्रवाई की हैं।
बढ़ सकती हैं आरोपी डॉक्टरों के लिए मुश्किलें
पुलिस के मुताबिक मामले में मारपीट, बलवा, धमकाने और डकैती के आरोप सम्बन्धी धराए बढाकर विवेचना की जा रही हैं। गौरमतलब हैं कि इससे पहले लंका पुलिस ने एनसीआर दर्ज़ किया था, जिसको लेकर बार कॉउन्सिल ने ऐतराज़ जताया था कि मामला संगीन धाराओं का हैं।
छात्र ने बताया कि डॉक्टरों ने पैसे तक छीन लिए
चौबेपुर थाना अंतर्गत सोनबरसा गांव निवासी आकाश बीएचयू में शास्त्री तृतीय वर्ष का छात्र हैं। अदालत में दिए गए आवेदन में आकाश ने कहा हैं कि वह बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की सर्जरी ओपीडी में डॉ एके खन्ना और डॉ पुनीत को दिखाने गया था।
लम्बे इंतज़ार के बाद दर्द से परेशान आकाश ने जब डॉक्टरों से देखने का आग्रह कुया तो वे भड़क गए और उस पर हमला कर दिया। जेब में मौजूद रूपये भी छीन लिए। इस बारे में लंका थानाध्यक्ष ने बताया कि अदालत के आदेश पर डॉ एके खन्ना, डॉ पुनीत और चार-पांच अन्य अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धराए बढ़ाकर विवेचना की जा रही हैं। सामने आये तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।