भाजपा के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने प्रदेश सरकार पे लगाया जातिवाद का आरोप
भले ही भाजपा इस बात को हमेशा नकारती रहे पर योगी कैबिनेट ने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। ख़ास तौर पर सहयोगी दलों से से मंत्री बने नेता लगातार बीजेपी से नाराज़ चल रहे हैं। इसी विषय में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को न सिर्फ योगी सरकार पर हमला बोला बल्कि यहाँ तक कह डाला कि 10 अप्रैल को कई गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए खुद भजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह स्वयं लखनऊ आ रहे हैं।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर जातिवाद का भी आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश में जातिवाद चरम पे हैं और इसी के इलाज के लिए 10 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जातिवाद का इलाज करने उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि थानों से तहसीलों तक और जिले से लेकर ब्लॉक तक हर जगह जातिवाद देखने को मिल रहा हैं। बेहतर काम करने वालो को किनारे कर दिया जा रहा हैं।
अब इन सब बीमारियों का इलाज केवल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ही कर सकते हैं अब प्रदेश के जातिवादियों को उनके स्पेशल इंजेक्शन की जरुरत हैं अगर इसका भी असर नहीं हुआ तो फिर 2019 में जो होगा उसका भगवान ही मालिक हैं।
कुछ तो गलत हो रहा हैं
इसके आलावा अपने विधायक और सांसदों के बागी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, आये दिन मीडिया से खबर आ रही हैं कि बस्ती के सांसद और वहा के विधायक बागी हो गए तो कभी बलिया के विधायक डीएम के खिलाफ धरना दे रहे हैं तो इस पर आप क्या कहेंगे इसके आलावा बलिया के सांसद भी दिल्ली गए थे अपनी परेशानी बताने इसका मतलब कुछ तो गलत हो रहा हैं। मुख्यमंत्री के प्रिय पांच-छह आईएएस अधिकारी हैं बस वह उन्ही की बात सुनते हैं।
दलित एक्ट पे किया कोर्ट का समर्थंन
अपनी भजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं उनको अपनी पूरी व्यथा सुना चूका हूँ और अब वह खुद ही लखनऊ आने वाले हैं। वही सुप्रीम कोर्ट के तरफ से दलित एक्ट पे आये फैसले पे उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूँ और किसी भी तरीके से यदि किसी निर्दोष व्यक्ति को फसाया जाता हैं तो यह बिलकुल भी ठीक नहीं हैं।