वाराणसी: बम से उड़ाया पिता -पुत्र को, उड़े सिर के परखच्चे
वाराणसी: पिता-पुत्र को बम से उड़ाने का सनसनीखेज मामला वाराणसी के चौबेपुर थानान्तर्गत मिलकोपुर गांव का सामने आया है। बीती रात साढ़े 12 बजे के तकरीबन की यह घटना बतायी जा रही है। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ग्रमीण पुलिस अधीक्षक, सीओ तथा थाने की पुलिस टीम के साथ फॉरेन्सिक टीम भी मौके पर पहुंची। डेटोनेटर के टुकड़े घटनास्थल से प्राप्त हुए। जिस कारण यह आशंका जाहिर की गयी है कि इस घटना को बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है। घटना की गहन जांच-पड़ताल पुलिस एवं फॉरेन्सिक टीम करने में लगी हुई हैं।
सोते वक्त बम से उड़ाया
मंगलवार देर रात चंद्रा-बलुआ मार्ग पर मिलकोपुर गांव में इस भयावह घटना को अंजाम दिया गया ऐसी जानकारी मौके पर से मिली है। पिता-पुत्र लालजी यादव और अजय यादव जो की खरी-चूनी का व्यवसाय करते थे उनके सिर को बम से उड़ा दिया गया है। जिस समय इस घटना को अंजाम दिया गया उस समय पिता घर के बरामदे में सो रहे थे और उनका बेटा घर से बाहर सोया हुआ था।
खोपड़ी के परखच्चे मिले 40 मीटर दूर तक
घटना के वक्त दोनों के सिर के पास विस्फोटक रखकर तार के सहारे 50 मीटर दूर से ब्लास्ट कराया गया ऐसा पहली बार देखने पर ऐसा ही लग रहा था। दोनों के सिर के परखच्चे उड़ गये थे। लोगों के अनुसार पहली दफा किसी घटना को इतनी बुरी तरह से अंजाम दिया गया है। घटना कितनी भयावह है इस बात का अंदाजा स्थानीय लोगों के मुताबिक इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक झटके में ही पिता-पुत्र के सिर के पास किये गये ब्लास्ट से दोनों की खोपड़ियां उड़ गयीं। 40 मीटर दूर खोपड़ी के उड़े हुए हिस्से मिले हैं।
10 थानों की पुलिस टीम सहित एसएसपी भी पहुंचे
मौके पर जिले के पुलिस आलाधिकारी घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सीओ पिंडरा एवं करीबन 10 थानों की पुलिस टीम सहित फॉरेन्सिक टीम भी जांच-पड़ताल में लगी गयी है। घटना के कारणों के संबंध में मिली सूचना के अनुसार पड़ोस के ही एक मिल मालिक से इन लोगों का जमीनी विवाद चल रहा था ऐसा स्थानीय लोगों ने बताया। घटना के संबंध में पुलिस परिजनों से जानकारी हासिल करने में लगी हुई है। इस घटना पर वाराणसी पुलिस से लखनऊ से डीजीपी कार्यालय ने भी जानकारी मांगी है।
ग्रामीणों की ओर से राखी गई मुआवजा की मांग
इस दुर्दांत तरीके से गांव में हुई हत्या के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्यापत हो गया है। चंद्रा-बलुआ मार्ग पर इसे लेकर ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। दोनों मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये ग्रामीणों की ओर से मुआवजा देने की मांग रखी गयी है।