CBSE करने जा रहा है पेपर पैटर्न में बदलाव, लेंदी हो सकते हैं पेपर

CBSE करने जा रहा है पेपर पैटर्न में बदलाव, लेंदी हो सकते हैं पेपर

वाराणसी: एक बार फिर से सीबीएसई ने छात्रों के प्रश्न पत्रों के प्रारूप में परिवर्तन करने मन बना लिया है। जानकारी के अनुसार परिवर्तित पैटर्न की वजह से अब प्रश्न पत्र कठिन हो सकते हैं। 2020 की परीक्षा से इस नए प्रारूप को लागू किए जाने की तैयारी है। ज्ञात करवा दें कि इसी वर्ष बोर्ड द्वारा अपने प्रश्न पत्र के प्रारूप में परिवर्तन कर प्रश्नों की संख्या कम की गई थी। वहीं जबकि सवालों की संख्या इंटर के कुछ विषयों के प्रश्न पत्रों में बढ़ाई भी गई थी।

CBSE द्वारा किए जाएंगे नए शिक्षा सत्र में कुछ परिवर्तन

वहीं अब एक बाए फिर से सीबीएसई अपने प्रश्न पत्रों के पैटर्न में बदलाव करने की तैयारी में है। 2019 की 12वीं की परीक्षा में एक दो प्रश्न कुछ विषयों में बढ़ाये भी गए थे। वहीं जबकि 27 प्रश्न इस परीक्षा में रखें गए थे। हम आपको बता दें कि नए शिक्षा सत्र में भी कुछ परिवर्तन किए जा रहे है जिसे लेकर सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने संकेत दिए हैं। प्रश्न पत्रों का पैटर्न इस परीक्षा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह होगा। जिसमें आब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या ज्यादा होगी पर वहीं इसमें मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्न नहीं होंगे। इस वजह से सभी छात्रों द्वारा हर टॉपिक का अध्ययन बहुत ही ध्यान से किया जाएगा। वहीं 2020 की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्रश्नों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। कुल 37 प्रश्नों के उत्तर ही परीक्षार्थियों को देने पड़ेंगे।

CBSE के नए पैटर्न में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों सहित पांच अंकों के सवाल भी होंगे

नए पैटर्न में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को रखे जाने के साथ ही दो अंक, तीन अंक एवं पांच अंकों के भी सवाल रखें जाएंगे। रसायन विज्ञान सहित भौतिक में न्यूमेरिकल वाले 10 से 12 प्रश्न होंगे। वहीं सात – सात प्रश्न दो और तीन अंकों वाले होंगे। तीन प्रश्न पांच अंकों के भी होंगे। इसकी तैयारियां बोर्ड द्वारा प्रारम्भ कर दी गई है। वहीं अब वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 10 से बढ़ाकर 20 कर दी जाएगी। इसकी जानकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद दी जाएगी।

रसायन विज्ञान के पाठ्यक्रम से हटाया गया सॉलिड स्टेट चैप्टर की यूनिट को

बताते चलें कि बोर्ड द्वारा अब 12वीं कक्षा में से रसायन विज्ञान के पाठ्यक्रम से सॉलिड स्टेट चैप्टर की यूनिट को हटा दिया गया। इन सबके साथ ही ग्रुप 15 को भी पी ब्लॉक में से हटा दिया गया है। भौतिकी में से भी कुछ चैप्टर को हटाए जाने की तैयारी है। अन्य विषयों में से भी उन टॉपिक को हटाए जाने की तैयारी है, जिसकी जरूरत प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों को नहीं होती है।

छात्रों में तार्किक ज्ञान की वृद्धि के लिए किया जा रहा है यह परिवर्तन

इसकी पीछे जो विचार है वह यह है कि इससे 12वीं के छात्रों में तार्किक व याद करने की क्षमता में वृद्धि हो, जिसको ध्यान में रखते हुए प्रश्न पत्रों की ऐसी डिजाइन बोर्ड द्वारा तैयार की गई है जिसको लिखने के लिए छात्रों को विषय की गहराई तक जानकारी होनी चाहिए। वहीं 2020 की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्न नहीं पाए जाएंगे। जिस वजह से छात्रों को उत्तर लिखने के लिए अपने विषय की पूरी पढ़ाई करनी होगी।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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