कैसे सुधरेगी व्यवस्था, जब खुद काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने तोडा नियम
वाराणसी: शुक्रवार की सुबह श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा विदेशी महिला नागरिक को छत्ताद्वार से प्रवेश कराने पर कार्यपालक अधिकारी और सुरक्षाकर्मियों की नोकझोंक हो गयी। मंदिर के नियमो के विरूद्ध जाने पर जब दरोगा ने मुख्य कार्य पालक अधिकारी को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने आवेश में उसका नेमप्लेट और मोबाइल छीन लिया।
जानिए क्या है पूरा विवाद
शुक्रवार की सुबह 8:35 पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह अपने साथ तीन भारतीय और एक विदेशी महिला को छत्ताद्वार से लेकर मंदिर परिसर में जा रहे थे। इस पर सुरक्षा पॉइंट पर तैनात दरोगा ने उन्हें रोका और कहा कि इस द्वार से विदेशी नागरिको को प्रवेश नहीं मिलता है आप कहे तो गेट नंबर दो सरस्वती फाटक से एक जवान के साथ इनको भेज दिया जायेगा, बस दरोगा की यही सब बाते मुख्य कार्यपालक अधिकारी को बुरी लग गयी और वह दरोगा की बाते अनसुनी करके जबरदस्ती आगे बढ़ गए।
तस्वीर खींचने से भड़के मुख्य कार्यपालक अधिकारी
इसके बाद दरोगा ने उन सभी की तस्वीरें अपने मोबाइल में कैद कर ली इस पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी और भड़क गए और वापस आकर दरोगा का मोबाइल और नेमप्लेट छीन लिया। इसके बाद से दोनों तरफ से कहासुनी के वजह से विवाद और ज्यादे गरमा गया।
मामले की जानकारी होते ही पाली प्रभारी मौके पे पहुंच गए और मुख्य कार्यपालक अधिकारी को बताया कि विदेशी नागरिको को सरस्वती फाटक से प्रवेश दिया जाता है और रेड जोन स्थित पुलिस चौकी द्वारा उनकी डिटेल भरी जाती है। इसके बाद ही विदेशी नागरिक मंदिर क्षेत्र में प्रवेश कर सकते है। इतनी जानकारी देने के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी उक्त विदेशी महिला को अपने साथ लेकर कार्यालय में गए। विवाद का यह सारा मामला सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड है।