गया था फ़रियाद लेकर योगी के जनता दरबार में, सीएम योगी ने अपमानित कर भगाया
उत्तर प्रदेश: सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए संकट कम होता नहीं नज़र आ रहा है, उनपे लगे नए आरोपों से सोशल मीडिया से उनकी खासी किरकिरी हो रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगा है कि, उन्होंने अपने एक विधायक के खिलाफ शिकायत करने पहुंचे एक कारोबारी को फटकारते हुए जनता दरबार से ही भगा दिया।
कारोबारी का नाम आयुष सिंघल है और वह विधायक अमनमणि और उनके पिता अमरमणि त्रिपाठी की शिकायत करने योगी के पास गया था। उन्होंने बताया कि वह इससे पहले भी दो बार योगी से मिल चुके है। कारोबारी आयुष सिंघल का आरोप है कि पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी 22 एकड़ जमीन पर कब्ज़ा कर लिया है। आयुष का कहना है कि कब्ज़ा समाजवादी सरकार के समय में हुआ था, तब उस वक़्त कोई सुनवाई नहीं हुई थी।
जनता दरबार में किया गया अपमानित
पर जब प्रदेश में योगी सरकार आई तो मुझे लगा कि शायद अब मुझे न्याय मिल जाये इसलिए जबसे भाजपा सरकार बनी है तबसे मै तीसरी बार योगी जी से मिलने पंहुचा। इससे पहले तो मुझे काम हो जाने का भरोसा दिलाया गया था। पर जब मै इस बार पंहुचा तो मुझे जनता दरबार से अपमानित करके भगा दिया गया।
आयेदिन मिलती है धमकियाँ
आयुष ने बताया कि इस बार जब मैं जनता दरबार में पंहुचा और तो मेरी बात सुनते ही योगी जी भड़क उठे और मेरे कागजात उठाकर जमीन पर फेंक दिए और कहा तुम्हारी कभी सुनवाई नहीं होगी। आयुष ने बताया कि वह अपनी जमीन को लेकर कई अफसरों से मिल चुके है, इसके आलावा जब वह पिछली बार जनता दरबार में पहुचे थे तो खुद सीएम योगी ने एसएसपी लखनऊ को कारवाई करने का आदेश दिया था, लेकिन कोई करवाई नहीं हुई। जिसके बाद वह मंगलवार को गोरखपुर सीएम से मिलकर अपना हाल बताने पहुचे थे। आयुष ने बताया कि अमनमणि के लोग उसे आये दिन धमकिया देते है, और कुछ दिन पहले हमारे घर पे पथराव भी गया था।