काशी में बिखरी देव दीपवाली की अद्भुत छटा 

काशी में बिखरी देव दीपवाली की अद्भुत छटा 

वाराणसी। काशी नगरी में देव दीपावली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, जिसका जीता जागता उदाहरण वाराणसी के घाटों पर देखने को मिलता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवताओं के द्वारा मनाए जाने वाली देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है और काशी के घाटों पर गंगा आरती को देखने के लिए पर्यटक देश के कोने-कोने से आते हैं। 

अर्धचन्द्राकार घाटों पर दीप माला के प्रज्वल्लन का भव्य दृश्य देखते ही बनता हैं। जिसको देखने को हर साल लाखो पर्यटक काशी पहुंचते हैं। सिर्फ एक नज़ारे को अपनी स्मृति में क़ैद करने को लेकर इस पर्व में मौजूद रहते हैं।

देव दीपावली की अद्भुत छटा देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक काशी के गंगा घाटों पर नजर आते हैं और घाटों पर चमकते असंख्य दीयों के साथ मनाई जाने वाली यदि दीपावली का दृश्य अद्वितीय छटा बिखेरता है। शास्त्रों के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा सबसे बड़ी पूर्णिमा मानी जाती है और इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं।

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।

Vikas Srivastava