काशी में देव दीपवाली की भव्य आरती की टूटेगी परम्परा
वाराणसी। काशी नगरी में हर दिन घाटों पर कोई न कोई पर्व देखने को मिलता हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर बनारस में मनाये जाने वाली देव दीपावली का एक अलग महत्व हैं।
अर्धचन्द्राकार घाटों पर दीप माला के प्रज्वल्लन का भव्य दृश्य देखते ही बनता हैं। जिसको देखने को हर साल लाखो पर्यटक काशी पहुंचते हैं। सिर्फ एक नज़ारे को अपनी स्मृति में क़ैद करने को लेकर इस पर्व में मौजूद रहते हैं।
आपको बता दें कि दशकों से मनाई जा रही काशी की देव दीपावली का भव्य नज़ारा इस बार धुंधला हो सकता हैं।
दीपोत्सव के पर्व पर दशाश्वमेघ घाट और शीतला घाट पर होने वाले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पीपा मंच पर न दिखने की आशंका जताई जा रही हैं।
इसके पीछे चल रहे जिला प्रशासन और आयोजन समितियों में चल रही पीपा मंच को लेकर तना-तनी बताई जा रही हैं। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के मद्देनज़र गंगा में पर्याप्त मात्रा बनाने को लेकर पीपा नहीं मुहैया कराया जा रहा हैं।
जिसके चलते आयोजन समितियों ने अपने हाथ खड़े करते हुए यह कहा है कि अगर समय रहते पर्याप्त पीपा उपलब्ध नही कराया गया तो इस बार देव दिपावली की भव्यता प्रभावित हो सकती है। जिसका सीधा असर पयर्टकों पर पड़ेगा।
पीपा मंच को लेकर इससे पहले भी प्रशासन और आयोजकों में पीपा मंच को लेकर बीते सालों में बवाल हुआ था, लेकिन अंत में प्रशासन को हार मान के पीपा मुहैया करवाना पड़ा था।
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