इस वर्ष इको फ्रेंडली मूर्तियों होंगी पूजा पंडाल में 

इस वर्ष इको फ्रेंडली मूर्तियों होंगी पूजा पंडाल में 

वाराणसी। नवरात्रि में पूजा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित होती है और नवरात्रि के दशमी के बाद इन मूर्तियों का विसर्जन होता है। गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन के प्रतिबंध के कारण लोग अब इको फ्रेंडली मूर्तिया बना रहे है। 

इस वर्ष मूर्तिकार मां दुर्गा सहित भगवान  गणेश और अन्य देवी देवताओं की मूर्तियों को रेत से बना रहे है। इन मूर्तियों की खासियत यह है कि इन मूर्तियों में प्रयोग में लाये जाने वाले आभूषणों को रेत में मिलने वाले कंकड़ से बनाया गया है। 

मूर्तिकार शीतल चौरसिया ने बताया कि मूर्तियों को गंगा में विसर्जन के प्रतिबंध के बाद इन्हे तालाबों और कुंडो में विसर्जित किया जाता है। तालाब और कुंडो के छोटे होने के कारण उनमे गंदगी की मात्रा ज्यादा हो जाती है। इसीलिए रेत और कंकड़ से बनी इको फ्रेंडली मूर्तियां का चलन बढ़ा है और इनकी डिमांड भी ज्यादा है। 

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Vikas Srivastava

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