फ्रांस के राष्ट्रपति के बाद अब इस देश के राष्ट्रपति आ रहे हैं काशी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी नहीं करेंगे स्वागत

फ्रांस के राष्ट्रपति के बाद अब इस देश के राष्ट्रपति आ रहे हैं काशी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी नहीं करेंगे स्वागत

वाराणसी: जब से प्रधानमंत्री मोदी काशी के सांसद बने है तबसे विदेशी राष्ट्राध्यक्षों का शहर में आने का क्रम थम ही नहीं रहा है। पहले जापानी पीएम शिंजो अबे, फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के बाद अब जर्मनी के राष्ट्रपति जर्मनी के फ्रैंक वाल्टर स्टाइनमायर वाराणसी दौरे पर आ रहे है।

जर्मन राष्ट्रपति के आगमन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिसकी प्रारंभिक सूचना जिला प्रशासन को मिल गई है और शहर का प्रशासनिक विभाग अपने इस खास मेहमान के आगमन को लेकर तैयारियों में जुट गया है।

इस विषय पर बात करते हुए जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने बताया कि 22 मार्च को जर्मनी के राष्ट्रपति का काशी दौरा प्रस्तावित है जिसका प्रारंभिक प्रोटोकाल गृह मंत्रालय की ओर से जिला प्रशासन को मिल चुका है। इसके मद्देनजर 15 दिन पहले जर्मनी के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने बनारस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी और राष्ट्रपति की तरफ से किये जाने वाले भ्रमण स्थलों का जायजा भी लिया था।

प्रधानमंत्री नहीं करेंगे स्वागत

हालांकि प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार किसी  व्यस्तता के वजह से प्रधानमंत्री मोदी, जर्मनी के राष्ट्रपति स्टाइनमायर के आगमन पर वाराणसी नहीं आ पाएंगे। जिससे उनके आगमन पर उनका स्वागत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री करेंगे, जर्मन राष्ट्रपति के साथ जर्मन प्रतिनिधिमंडल भी वाराणसी के दौरे पे आ रहा है।

सारनाथ भी जाने का है कार्यक्रम

वाराणसी के डीएम योगेश्वर राम मिश्रा ने बताया कि जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टाइनमायर 22 मार्च को बीएचयू, सारनाथ, दीनदयाल संकुल जायेंगे इसके अलावा वह अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट तक नौकाविहार भी करेंगे। साथ ही वह शाम को दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती भी देखेंगे, इसके अलावा जर्मन राष्ट्रपति काशी हिंदू विश्वविद्यालय भी जाएंगे, जहां पर छात्रों के साथ उनका संवाद भी होना है। इसी वजह से पीएमओ ने जिला प्रशासन से इन स्थलों की सुरक्षा से सम्बंधित जानकारी मांगी है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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