भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान में तीन दिवसीय हैप्पीनेस प्रशिक्षण शिविर हुआ समापन
वाराणसी: सोमवार को तीन दिवसीय भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) में हैप्पीनेस प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन आर्ट आफ लिविंग फाउंडेशन की तरफ से किया गया था। छात्रों को सही मार्गदर्शन करना ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य था।
छात्र – छात्राओं को आगे बढ़ने दिया गया मंत्र
जीवन के उद्देश्य तय कर छात्र – छात्राओं को आगे बढ़ने का मंत्र फाउंडेशन के पीयूष कांत खरे ने दिया। वही शिविर में संस्थान का स्टाफ भी उपस्थित रहा। आम व्यवहार पद्धति पर प्रशिक्षक ने ध्यान एवं योग का महत्व बताते हुए लंबी – चौड़ी परिचर्चा की। साथ ही यह भी स्पस्ट किया कि समाज पर हमारे व्यवहार और बोलचाल का अलग प्रभाव पड़ता है। जिससे हमारे बारे में बहुत कुछ समझने का मौका समाज को मिलता है। हम अपनी प्रतिभा को अपने व्यवहार द्वारा ऊंचाई देते हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अवसाद से मुक्ति, नैतिक, शारीरिक, मानसिक, तनाव, चारित्रिक एवं सामाजिक विकास स्वच्छ आचार व्यवहार से ही विकसित होता है। इन सबके साथ ही छात्रों को यह बताया गया कि किस तरह से आप पूरी प्रसन्नता के साथ जिंदगी में आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
शिविर के दौरान ऑनलाइन अभ्यास भी कराया गया
श्रीश्री रविशंकर ने सुदर्शन क्रिया का ऑनलाइन अभ्यास शिविर के दौरान कराया। छात्रों ने तीन दिन में प्राणायाम, ध्यान साधना वा सूर्य नमस्कार भी सीखा। इन सबके साथ ही किसी भी गलती को दोहराया न जाए बल्कि उस पर ध्यान दिया जाये, यह भी लोगों को बताया दिया गया। आने वाले समय में यह गलती दूसरी बार ना हो यह बहुत बड़ी सीख है। वहीं रमा नागेश ने तीन दिन चले कार्यक्रम में प्रशिक्षण देने का कार्य किया। इस में उपस्थित हुए संस्थान के निवर्तमान निदेशक प्रो. केके गोस्वामी वा सिद्धार्थ शुक्ला, विपिन कुमार, अजय सोनकर, यासिर खां, सूरज राय, सुमित, श्वेता, सुरुचि, अमन, डॉ. एसके पांडेय, श्रवण कुमार गुप्ता, दुर्गेश त्रिपाठी, वसीम अंसारी, अनुपम अग्रवाल, दर्पण सिंह, पल्लवी, अंजलि, अर्पिता, दिपक यादव एवं अन्य भी रहे।