काशी विद्यापीठ आठ को होने वाला दीक्षांत समारोह टला
वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को अब है इंतजार 40वें दीक्षांत समारोह की नई तिथि का। परन्तु हाल के लिए काशी विद्यापीठ का दीक्षांत समारोह आठ सितंबर को अगली तिथि तक के लिए टाल दिया गया है। फिलहाल इसे मुख्य अतिथि द्वारा स्वीकृति न मिल पाने के कारण आगे बढ़ा दिया गया है। जबकि जल्द से जल्द दीक्षांत समारोह संपन्न कराये जाने का प्रयास जारी है।
दीक्षांत की तिथि बढ़ाई गयी आगे
आठ सितंबर को काशी विद्यापीठ का दीक्षांत समारोह प्रस्तावित था। जिसके चलते विद्यापीठ प्रशासन ने तैयारियां भी प्रारंभ कर दी थीं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था। कुलपति प्रो.टीएन सिंह का कहना है कि उपराष्ट्रपति की तरफ से अभी कोई भी उत्तर नहीं मिला है। इस वजह से दीक्षांत की तिथि आगे बढ़ा दी गई हैं।
मानविकी संकाय परिसर में पंडाल बनना हुआ प्रारंभ
वहीं दूसरी तरफ दीक्षांत समारोह की तैयारियों को ध्यान में रखकर मानविकी संकाय परिसर में पंडाल बनना प्रारंभ हो गया था। वहीं गोल्ड मेडलिस्ट की सूची के संग टॉप टेन की सूचि भी जारी कर दी गई थी। जबकि कुछ पाठ्यक्रमों की मेरिट सूचि जारी नहीं हो पायी है। उम्मीद जाहिर की जा रही है कि अगली तिथि तक जो पाठ्यक्रम बचे रह गए हैं, उनकी सूचि जल्द ही जारी कर दी गयी है।
अधिष्ठाता कार्यालय पर रहे अनुपस्थित
मंगलवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो.टीएन सिंह ने कहा है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय छात्र अधिष्ठाता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया है। एक कर्मचारी छात्र अधिष्ठाता कार्यालय पर अनुपस्थित रहा। वही वो कर्मचारी पिछले निरीक्षण के दौरान भी अनुपस्थित था। कर्मचारी को नोटिस देने का निर्देश कुलपति ने दिया है।
कारण बताओ नोटिस किया गया जारी
कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस कुलसचिव की तरफ से जारी किया गया है एवं हफ्ते भर के अंदर जवाब भी मांगा गया है। उधर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय में देखरेख के दौरान कक्षाएं चल रही थीं। कुलपति ने शिक्षकों से लैब के निरीक्षण के दौरान प्रैक्टिकल कराने के निर्देश दिए है। अनिवार्य रूप से थ्योरी के साथ विद्यार्थियाें को प्रैक्टिकल कराया जाए यह भी कहा गया। लैब की व्यवस्था दुरुस्त कराने को भी इसके लिए कहा गया है।