ऐसा होगा Kashi Vishwanath Temple Corridor का पाथवे, गुजरात की कंपनी ने दिया प्रजेंटेशन
वाराणसी: गुरुवार को गुजरात से आई कंसल्टेंट कंपनी ने Kashi Vishwanath Temple Corridor व पाथवे का प्रजेंटेशन दिया। वहीं अधिकारियों ने कंसल्टेंट द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन पर मंथन किया। पौराणिकता को प्राथमिकता पर लिए जाने व दर्शनार्थियों की सुविधा सहित सुरक्षा की बात कही गई।
विस्तारीकरण व चौड़े पाथवे का रखा प्लान
इस प्रेजेंटेशन में अधिकारियों के सामने वर्तमान स्थिति सहित गंगा से मंदिर तक आने की सकरी गलियों को दिखाते हुए विस्तारीकरण व चौड़े पाथवे का प्लान रखा गया। साथ ही बताया कि 350 मीटर की लंबाई गंगा घाट से मंदिर तक की होगी।
मेडिकल व्यवस्था कराई जाएगी उपलब्ध
हम आपको बता दे कि शुरूआती प्लान में मंदिर को 47X42 मीटर के आयताकार चौक क्षेत्र में बनाया जाएगा। वहीं द्वार का निर्माण इस मुख्य परिसर के चारों तरफ किया जायेगा। एक खुला आयताकार मैदान मंदिर परिसर के बाहर होगा। वहीं खुले क्षेत्र का प्रावधान ज्ञानवापी के पास भी किया गया है। वॉच टावर सहित फायर व मेडिकल व्यवस्था भी सुरक्षा की दृष्टि से उपलब्ध कराई जाएगी।
एयरपोर्ट तर्ज पर होगी मंदिर सुरक्षा व्यवस्था
वही अब काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था संसद भवन और एयरपोर्ट की तर्ज पर रखी जाएगी। उन अधिकारियों को पूरा प्लान तैयार करने को कहा गया है जो कि मंदिर की सुरक्षा से जुड़े है। गुरुवार को मंदिर के विस्तारीकरण और सुदृढीकरण को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में लिया गया। वहीं कंसलटेंट कंपनी ने अपना प्रजेंटेशन मंदिर के नक्शे को लेकर दिया। ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था पूरी बैठक में श्रद्धालुओं को उपलब्घ कराने पर चर्चा की गई।
चार स्तर की व्यवस्था की हुई चर्चा
कुल चार स्तर की व्यवस्था करने पर मंदिर में चर्चा हुई है। जिसमें की सुरक्षा व्यवस्था एयर सर्विलांस सहित इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, बोलार्ड सिस्टम व एक्सेस कंट्रोल से की जाएगी। जिसके लिए सुरक्षा को जिम्मेदारी कमांडेट सीआरपीएफ एनपी सिंह और एसपी सहित आईजी विजय सिंह मीणा को सौंपी गई।
नई सुरक्षा व्यवस्था से होगी सामान चेकिंग
बता दे कि मंदिर प्रशासन उसका क्रियान्वयन इनकी प्लानिंग के बाद कराएगी। श्रद्धालुओं के सामनों की चेकिंग नई सुरक्षा व्यवस्था से की जा सकेगी। मंदिर परिसर में प्रवेश के चारों दरवाजों पर सुरक्षा का एक्सेस कंट्रोल लगाया जाएगा।