मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन
कृषकों की आय दोगुना करने हेतु वर्तमान सरकार कटिबद्ध है, यदि स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान सम्भव नही है तो उसे शासन को प्रेषित किया जाय, जिससे शासन स्तर से यथा आवश्यक कार्यवाही की जा सके। उक्त बाते उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन आयुक्त राज प्रताप सिंह द्वारा खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में कही गयी।
आयुक्त वाराणसी मण्डल कार्यालय परिसर वाराणसी स्थित प्रेक्षागृह में वाराणसी एवं विन्ध्याचल मण्डल की खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता राज प्रताप सिंह ने किया। खरीफ गोष्ठी का शुभारम्भ कृषि उत्पादन आयुक्त, दोनों मण्डल के मण्डलायुक्त, कृषि निदेशक, उ0प्र0 महोदय द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
गोष्ठी में कृषि उत्पादन आयुक्त, प्रमुख सचिव कृषि, उद्यान एवं ग्राम्य विकास विभाग, कृषि निदेशक, दोनों मण्डल के मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व कृषि तथा अन्य संबंधित विभागों के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों एवं दोनों मण्डल के प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
मण्डलायुक्त वाराणसी दीपक अग्रवाल द्वारा वाराणसी मण्डल की स्टेटस रिपोर्ट तथा खरीफ उत्पादन के लक्ष्यों, रणनीति व कृषि निवेशों की उपलब्धता का प्रस्तुतीकरण पावर प्वाइन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से किया गया।
जिलाधिकारियों द्वारा अपने-अपने जनपद में खरीफ उत्पादन के लक्ष्यों, रणनीति व कृषि निवेशों की उपलब्धता के साथ-साथ जनपद मे कृषि से संबंधित समस्याओं पर चर्चा किया। उसके बाद दोनों मण्डलों के सभी जनपदों से आये कृषकों द्वारा अपने-अपने जनपदों की समस्याओं से अवगत कराया गया। कृषकों द्वारा उठायी गयी समस्याओं एवं जिज्ञासाओं का समाधान उक्त अधिकारियो द्वारा किया गया।
कृषि निदेशक, उ0प्र0 द्वारा जैविक खेती एवं कृषि विविधीकरण के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।
कृषि की नवीनतम विधि से खेती करने की अपील की गयी
प्रमुख सचिव, कृषि द्वारा कृषकों से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने, मृदा परीक्षण कराने एवं मृदा परीक्षण परिणाम के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग करने के बारे में बताया गया। साथ ही कृषि के साथ-साथ कृषि विविधीकरण अपनाए जाने की सलाह दी गयी।
कृषकों की आय दोगुना करने हेतु वर्तमान सरकार कटिबद्ध है।
कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0 शासन द्वारा कृषकों द्वारा उठायी गयी समस्याओं को त्वरित रूप से समाधान स्थानीय स्तर पर करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया गया तथा निर्देश दिया गया कि यदि स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान सम्भव नही है तो उसे शासन को प्रेषित किया जाय, जिससे शासन स्तर से यथा आवश्यक कार्यवाही की जा सके। उनके द्वारा कृषकों को आश्वस्त किया गया कि कृषकों की आय दोगुना करने हेतु वर्तमान सरकार कटिबद्ध है।
गोष्ठी का संचालन श्री आर0एन0 सिंह, उप निदेशक (कृषि रक्षा), मिर्जापुर द्वारा किया गया। अन्त में गोष्ठी में आये सभी का धन्यवाद ज्ञापन अखिलेख चन्द्र शर्मा, संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा किया गया। मण्डलीय गोष्ठी में उप निदेशक (कृ0र0), श्री तेजवीर सिंह तेवतिया, उप निदेशक (भू0सं0), श्रीमती स्मिता वर्मा, उप कृषि निदेशक, डा0 राजीव कुमार सहित कृषि एवं अन्य संबंधित विभागों के जनपदीय व मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।