कहीं ईवीएम की गड़बड़ी तो कहीं विधायकों की खरीद-फरोख्त : कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कर्नाटक में राजनीतिक घटनाक्रम को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कांग्रेस ने शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन किया।
मैदागिन में स्थित टाउनहाल मैदान में शुक्रवार को गांधी प्रतिमा के समक्ष शांतिपूर्ण ढंग से कांग्रेस के नेताओं ने कर्नाटक में चल रही रस्साकशी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया।
आलाकमान के निर्देश पर आयोजित राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है जिसमे हर जिले में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
महानगर के कार्यकारी अध्यक्ष मणींद्र मिश्रा ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा सरकार आई है पूरे देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंटा जा रहा है। कहीं ईवीएम की गड़बड़ी तो कहीं विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है। कर्नाटक में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बाद भी राज्यपाल द्वारा भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना तानाशाही का प्रतीक है। पूरे देश में इस समय आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए तो देश का भविष्य खतरा में पड़ जायेगा।
दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार के इस रवैये के कारण दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।लोकतंत्र को अपना हिसाब से चलने वाले इस सरकार से देश का विकाश अँधेरे के और जा रही है।
धरने के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता नजर नहीं आए। आलम यह था कि जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम से खुद को दूर रखा। विरोध-प्रदर्शन के इस कार्यक्रम से दोनों अध्यक्षों का गायब होना भी कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय रहा। संचालन प्रमोद वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन जितेंद्र सेठ ने किया। इस दौरान प्रभात वर्मा, संजय चौबे, शालिनी यादव, पूनम कुन्डू, श्वेता राय, विनय राय, वीरेन्द्र कपूर आदि उपस्थित रहे।