मां के इलाज का बहाना बनाकर अगवा, सामूहिक दुष्कर्म और फिर नेपाल के वेश्यालय ले जाकर युवती को बेचा

मां के इलाज का बहाना बनाकर अगवा, सामूहिक दुष्कर्म और फिर नेपाल के वेश्यालय ले जाकर युवती को बेचा

गोरखपुर। मां के इलाज का बहाना बनाकर अगवा करने, सामूहिक दुष्कर्म और फिर नेपाल के वेश्यालय में बेचने का आरोप लगाते हुए एक युवती ने मौसरे भाई समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। एसएसपी के आदेश पर कैंपियरगंज पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, मानव तस्करी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आरोपितों के घर पुलिस ने दबिश दी, मगर वे पकड़ में नहीं आए।

पीड़िता ने बताया कि वह पांच अक्तूबर को वेश्यालय के संचालकों के चंगुल से छूटकर किसी तरह से घर आई। थाने में तहरीर दी, मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बुधवार को पीड़िता ने एसएसपी से फरियाद की। दर्ज एफआईआर के मुताबिक वारदात में इंगलेश, धीरज यादव, अनिल, युवती के मौसेरे भाई को नामजद किया गया है।

घटना 13 अगस्त की है। घटनावाले दिन युवती चौराहे की ओर किसी काम से गई थी। उसी दौरान इंगलेश मिला और मां की तबीयत खराब होने की बात कहकर उसे बाइक पर बैठा लिया। आरोप है कि गांव से कुछ दूरी पर बाइक रोकी और अस्पताल का पता पूछने के बहाने फोन करके अपने तीन साथियों को बोलेरो लेकर बुला लिया। युवती को असलहा सटाकर हत्या करने की धमकी देते हुए गाड़ी में बैठा लिया गया, फिर नेपाल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। उसके बाद उसे वेश्यालय में ले जाकर बेच दिया गया।युवती का आरोप है कि सभी आरोपी लंबे समय से इस धंधे में लिप्त हैं। वेश्यालय में लोगों ने बताया कि इसके पहले भी इंगलेश, धीरज आदि कई युवतियों कोे लाकर बेच चुके हैं। उसके बदले मिली रकम से आरोपियों ने बोलेरो खरीदी है और अन्य संपत्तियां अर्जित की है। पुलिस सभी आरोपों की जांच कर रही है।

पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पकड़ में आने के बाद पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा। पता चलेगा कि युवती को कितने रुपये में बेचा गया था और उसे नेपाल में कहां रखा गया था ? युवती इस संबंध में कुछ खास नहीं बता पा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

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Vikas Srivastava