मनचलों को वाराणसी पत्रकारो ने पकड़कर पुलिस को सौंपा
पत्रकार यूँ तो कहे जाते है कलम के सिपाही लेकिन अत्याचार होते देख उनका भी खून खौल उठता है और अपने जान की परवाह न करते हुए अपराधियो को सबक सिखाने के लिए जूझ पड़ते है।
वाराणसी में लडकियो से छेड़खानी का मामला आम सा हो गया है, प्रायः हर लड़की के साथ यह वारदात हो चुकी रहती है। कुछ चुप होकर सहती है तो कुछ उसका विरोध करती है, पर इस घटना का सबसे बढ़ा जिम्मेदार कौन? मेरी मानें तो इसके लिए सबसे बड़े जिम्मेदार वहा पर मौजूद लोग है, क्योकि उनका मौन धारण करना ही मनचलो को बढ़ावा देता है। अगर हर नागरिक लड़कियो की सुरक्षा अपनी जिम्मेदारी समझे तो शायद इस प्रकार के घटना हो ही न।
ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जहा पर दिनदहाड़े लड़कियो को छेड़ा जा रहा था,पर जनता चुप थी, ऐसे में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारों ने महिला सुरक्षा को अपना जिम्मेदारी समझते हुए उसका विरोध किया और मनचलो को पुलिस के हवाले करते हुए तहरीर भी दिया।
जक्खिनी अदलपुरा मार्ग पर सिहोरवा दक्षिणी गाँव के सामने लड़कियो के साथ छेड़खानी कर रहे दो मनचलो को दौड़ा कर पकड़ा और जक्खिनी पुलिस को सौप दिया। जक्खिनी से सिलाई व ब्यूटीशियन का क्लास करके शाहंशाहपुर की तरफ जा रही लड़कियो को दो मनचले छेड़खानी करते हुए दिखे। लड़कियो के चिल्लाने पर वहाँ मौजूद हंगामा न्यूज के संवाददाता एस के श्रीवास्तव विकास व टीम में कैमरामैन नीरज सिंह, जितेन्द्र अग्रहरि, उमाशंकर मिश्रा, अनिल मिश्रा ने मनचलो को ललकारते हुए दौड़ाया।
मनचले अपने सुपर स्प्लेंडर बाइक से जयापुर के तरफ भागे लेकिन पत्रकारो ने पीछा करते हुए जक्खिनी पुलिस चौकी के समीप उनको धर दबोचा और जक्खिनी पुलिस चौकी पर तहरीर देते हुए उनको पुलिस को सौप दिया। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना नाम राजू बिंद 22 वर्ष, मुनउल 20 वर्ष पता मिर्जामुराद थाना के गौर गाँव का बताया। जक्खिनी पुलिस ने तहरीर लेते हुए उन्हें रोहनिया थाने को सुपुर्द कर दिया।