वाराणसी किसानो का असहयोग आंदोलन दूसरे दिन भी जारी
रिंग रोड परियोजना फेस दो में प्रभावित, लोहरपुर, खेवसीपुर, गोपीपुर, मेहदीगंज व रखौना तक के 18 गांव के किसानो ने किसान नेता जयराम पाण्डेय तथा सामाजसेवी पवन पाण्डेय के नेतृत्व में मंगलवार को पूर्वाह्न में लोहरपुर पाही पर रिंग रोड परियोजना फेस दो के प्रभावीत किसानो ने जम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसानो की उपजाऊ जमीन पर बलपूर्वक अधिग्रहण करने की मंशा को किसान तब तक सफल नहीं होने देगे जब तक किसानो की उपजाऊ जमीन का विक्रय मूल्य या वर्तमान अधिकतम सर्किल दर का चार गुना मुआवजा नहीं मिल जाता है।
रिंग रोड फेस दो के प्रभावित किसान ने किया प्रदर्शन
जब कि स्थानीय जिला प्रसाशन द्वारा मनमाने तरीके से सामान्य सर्किल दर का चार गुना मुआवजा किसानो को देने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956 के तहत नोटिस निर्गत कर देने से किसानो में आक्रोश व्याप्त है। किसानो ने कहा कि हम लोग विकास कार्य के बाधक नहीं है वर्तमान सरकार व जिला प्रसाशन ईमानदारी के साथ किसानो से बिना छल कपट किए उचित मुआवजा देकर रिंग रोड का निर्माण कार्य शुरू करे इससे हम किसानो को कोई आपत्ति नहीं है।
किसानो ने असहयोग आंदोलन के दूसरे दिन हुई सभा में एक स्वर में कहा कि हम अपनी उपजाऊ ज़मीन को सरकार या जिला प्रसाशन को कौड़ियो के दाम नहीं देगे और हर सरकारी कार्य का बहिष्कार करते हुए शांति पूर्वक असहयोग आंदोलन करते रहेगे। किसानो ने कहा कि हमारी फसल का लागत मूल्य दो गुना तथा रिंग रोड परियोजना का विक्रय मूल्य या वर्तमान अधिकतम सर्किल दर का चार गुना मिलना चाहिए। असहयोग आंदोलन के दूसरे दिन हुए प्रदर्शन सभा में प्रमुख रूप दीनानाथ पाण्डेय, संतोष पटेल, रामा पटेल, शिवम् तिवारी, श्रेष्ठ, रामसागर, सदानंद, हीरालाल, कन्हैया, लालचंद, रामशंकर, अमरावती देवी, शांति, सुनरी, मालती, बबूना देवी सहित भारी संख्या में लोहरपुर के महिला पुरुष किसान उपस्थित थे। अध्यक्षता दीनानाथ पाण्डेय तथा संचालन संतोष पटेल ने किया।