वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी के हत्या के विरोध में उपजा ने निकला मार्च
वरिष्ठ पत्रकार एवं राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गुरूवार को श्रीनगर में उनके कार्यालय के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ उनका एक पीएसओ भी मारा गया। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बुखारी यहां प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे कि तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया।
पत्रकार की मौत पर प्रदेश की विभिन्न पत्रकारों संगठन द्वारा मृत पत्रकार को सहीद का दर्जा दिलाना का मांग किया गया।
वाराणसी: वाराणसी में यूपी जौर्नालिस्ट एसोसिएशन उपजा द्वारा रविन्द्रपुरी पर मृत शुजात बुखारी के समर्थन में शहीद की मांग को लेकर धरना दिया गया, तथा ज्ञापन एस डी एम को सौपा गया। पत्रकारों को प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओ ऑफिस पर जानने से प्रशाशन द्वारा रौका गया। प्रशाशन द्वारा 144 धारा का हवाला देकर धरना निकलने के लिए मना किया गया, जिसपर पत्रकरो ने सवाल उठाया की क्या पत्रकारों से प्रशाशन को खतरा है।
भदोही: भदोही के पत्रकार ने ‘कांटे’ पर लेट किया पत्रकारों के हत्या का विरोध। इस दौरान प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक पत्र एसडीएम भदोही को सौंपा। ज्ञापन सौंपने से पहले तहसील परिसर में पत्रकार नसीर कुरैशी ने दर्जनो पत्रकार साथियों की मौजूदगी में बबूल के कांटे पर लेटकर विरोध दर्ज कराया। प्रधानमंत्री को सम्बोधित एसडीएम भदोही को सौंपे गये पत्र में पत्रकारों ने कहा कि श्रीनगर के वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या का हम दुख व्यक्त करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग करते हैं। कहा कि आए दिन पत्रकारों की हत्याएं हो रही है। कभी पत्रकारों को खनन माफिया तो कभी दबंगो व अराजकतत्वों द्वारा परेशान किया जाता है। जिससे हम सब कलम के सिपाही काफी भयभीत हैं।