वाराणसी में धूमधाम से मनाया गया ईद मिलादुन्नबी
वाराणसी। मक्का शहर में 571 ईसवी को पैगम्बर साहब हजरत मुहम्मद सल्ल. का जन्म हुआ था। उन्ही की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद सल्ल. ने ही इस्लाम धर्म की स्थापना की है।
आप हजरत सल्ल. इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कायामत तक कोई नबी नहीं आने वाला।इस मान्यता के साथ प्रत्येक वर्ष पैगम्बर मुहम्मद सल्ल.अलैह वस्स. की याद में आज ही के दिन ईद मिलादुन नबी का जश्न मनाया जाता है।
इसी क्रम आज मुस्लिम समाज के लोगों ने वाराणसी में जगह जगह् से जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला और पैगम्बर मुहम्मद सल्ल. अलैह वस्स.को याद किया।
पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक और सौहार्द के संदेशवाहक थे। इंसानियत के तरफदार और परस्पर प्यार के पैरोकार थे, इसलिए आपने मोहब्बत का पैगाम दिया तथा बुग्ज (कपट) और गीबत (चुगली) से सख्त परहेज किया।
आप सल्ल. ने लोगों को एक ईश्वरवाद की शिक्षा दी। अल्लाह की प्रार्थना पर बल दिया, लोगों को पाक-साफ रहने के नियम बताए साथ ही आपने लोगों के जानमाल की सुरक्षा के लिए भी इस्लामिक तरीके लोगों तक पहुंचाए।आज उनकी याद में पुरे देश दुनिया ईद मिलादुन्नबी का जश्न मनाया जाता है।
आज के दिन मुसलमानों के लिए बहूत बड़ा दिन होता है।इस मौके पर मुस्लिम समाज के जुलुस निकालकर पैगम्बर साहब का जन्म दिन मनाते है।
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