वाराणसी की अद्भुत गर्ल 

वाराणसी की अद्भुत गर्ल 

वाराणसी। आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी लड़की के बारे में जो बिना देखें आंख बन्दकर या आंख पर पट्टी बांधकर ये बता सकती हैं कि कलाई पर पहनी आपकी घडी हो या आपके जेब में जो मोबाइल है उसमें कितना समय हो रहा है, पहने कपड़ो का रंग कैसा है, या आपके गले मे जो माला है उसका रंग कैसा है, नजदीक में मौजूद लोगों की संख्या। 

सिर्फ इतना ही नहीं ये बच्ची आंख पर पट्टी बांधकर साइकिल भी चलाती हैं। सुनने में काफी अटपटा सा जरूर लगेगा लेकिन, जब इस लड़की को सबकुछ बंद आंखों से करते देखेंगे तो आप भी आश्चर्य में पड़ जायेगा। आपके मुंह से अचानक ही निकल पड़ेगा नामुमकिन। ये गॉडगिफ्टेड लड़की वाराणसी के लोहता इलाके की रहने वाली कक्षा 7 की एक छात्रा रिया तिवारी है।

इस छात्रा के बारे में जो बाते बताई गयी उसकी सच्चाई जानने  के लिए कैमरे के सामने वो सारी एक्टिविटीज़ कराई गई थी। सबसे पहले जो काली पट्टी उसे आंख पर बांधनी थी उसे दूसरे व्यक्ति के आंखों पर बंधवाकर टेस्ट किया गया। उसके बाद छात्रा के आंख पर कपड़ा बांधने के पहले टिश्यू पेपर रखकर बांधी गई। 

छात्रा ने उन सारे सवालों को जवाब दिया जो उससे पूछा गया मसलन सामने जो व्यक्ति खड़ा है उसने क्या पहना हुआ है, किस रंग के कपड़े पहने हैं, कौनसे हाथ मे अंगूठी है, उसकी संख्या और अंगूठियों के रंग। 
इसके साथ मे घड़ी और मोबाइल दिखाकर उसमें वक्त पूछा गया जिसका उसने सही उत्तर दिया।

इस तरह के कई सवाल आंख पर पट्टी बांधकर देना वो भी सब सही ये अपने आप में आश्चर्यचकित कर देने वाला हैं। पर शायद यही कारण हैं कि बच्ची को लोग मिरेकल गर्ल रिया तिवारी के नाम से बुला रहे हैं। 

अब छात्रा द्वारा किये जा रहे आश्चर्यजनक कार्यों को लेकर बच्ची के स्कूल प्रबंधक राजन तिवारी ने इसके पीछे की सच्चाई बताई जोकि स्कूल में चलाया जाने वाला 3 महीने का एक विशेष कोर्स है, जिसका नाम है “मिड ब्रेन एक्टिवेशन” जिसमे 5 से 15 वर्ष के छात्र -छात्राओं को योग और मैडिटेशन के माध्यम से एक विशेष शिक्षा दी जाती है।

रिया फिलहाल अभी 3 लेवल के इस कोर्स में अभी पहले लेवल पर है। इस कोर्स में तीसरे लेवल के बाद बड़े चौंकाने वाले परिणाम सामने निकल कर आते हैं। 

इस कोर्स को लेकर उन्होंने बताया कि इस कोर्स के योग और मेडिटेशन से बच्चों को देखी हुई या याद की हुई बातें लंबे समय तक याद रहती हैं। जो मस्तिष्क के दाहिने भाग में संचित रहती हैं। जिसमे आंख पर काली पट्टी बांधकर सबकुछ देखने की कला सिखाई जाती है। 

इस विद्या की मदद से बच्चों में याद करने की क्षमता का विकास होता है, जिससे आने वाले समय मे वो प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़े आसानी से उत्तीर्ण कर सकते हैं। इसके साथ ही इस विद्या का प्रयोग सैन्य सेवाओं में भी किया जा सकता है, जिसके बेहद चौंकाने वाले परिणामों के साथ रक्षा क्षेत्र में काफी मदद मिलेगी।

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं। 

Vikas Srivastava