वाराणसी में आयोजित होगा नेशनल सीड कांग्रेस
खेती किसानी को और ज्यादा उन्नतशील बनाने के उद्देश्य से पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पहली बार नेशनल सीड कांग्रेस आयोजित होने जा रही है। आयोजन के जरिए देश के कोने-कोने से कृषि वैज्ञानिकों व उन्नतशील किसानों को बुलाया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों की टीम भी शामिल होगी। संस्थान के सदस्य हर किसान के आय को बढ़ाने की दिशा में तीन दिन तक प्रशिक्षण देंगे।
राष्ट्रीय बीज अनुसंधान केंद्र, चांदपुर में होगा आयोजन
केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद से पीएम मोदी किसानों की स्थिति मजबूत करने की दिशा में लगातार बड़े कदम उठा रहे हैं। इसके तहत केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव पूर्व यानि अक्टूबर में नेशनल सीड कांग्रेस के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है। उनके आदेश के बाद मंत्रालय की टीम व चांदपुर स्थित राष्ट्रीय बीज अनुसंधान केंद्र के सदस्यों की ओर से तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं।
लगभग 2000 कृषि वैज्ञानिक होंगे शामिल
अफसरों के मुताबिक, नेशनल सीड कांग्रेस के जरिए बीज को उन्नत बनाने, खेती किसानी को और मजबूत बनाने और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा के लिए किस दिशा में प्रयास किए जाएं, इन तमाम बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। विद्वानों व विशेषज्ञों के बीच संवाद होने के बाद समन्वय कर तीन दिनों के सम्मेलन की रिपोर्ट बनेगी। यह रिपोर्ट देश के हर जिलों के कृषि कार्यालयों तक पहुंचाई जाएगी। वहां से हर जिले के किसानों तक उन्नतशील खेती किसानी के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। अफसरों के मुताबिक, कार्यक्रम की रूपरेखा लगभग तय कर ली गई है। अक्टूबर में बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल में सम्मेलन होगा। इसमें 2000 के आसपास कृषि वैज्ञानिक व विशेषज्ञ शामिल होंगे।