असहयोग आंदोलन जारी, निशाने पर वाराणसी शासन प्रसाशन
वाराणसी रिंग रोड परियोजना फेस दो में प्रभावित, लोहरपुर, खेवसीपुर, गोपीपुर, मेहदीगंज व रखौना तक के 18 गांव के प्रभावित किसानो ने किसान नेता जयराम पाण्डेय तथा सामाजसेवी पवन पाण्डेय के नेतृत्व में चलाये जा रहे असहयोग आंदोलन में सोमवार को दोपहर में लोहरपुर गांव की दर्ज़नो महिला किसानो ने महिला पंचायत आयोजित कर के शासन व प्रसाशन को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे पूर्वजो द्वारा प्रदत्त उपजाऊ जमीन की बदौलत हम किसान दिन रात हाड तोड़ मेहनत मज़दूरी करके अपने परिवार के भरण पोषण कर के पेट पालते है।
महिला किसानो की पंचायत में निशाने पर शासन प्रसाशन
यदि हमारी जमीन रिंग रोड परियोजना फेस दो में अधिग्रहित की जा रही है तो भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के प्रावधानों के अनुरूप जमीन का मूल्य वर्तमान अधिकतम सर्किल दर का चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए।
उपस्थित महिला किसानो ने कहा कि हम लोग विकास कार्य के बाधक नहीं है शासन व प्रसाशन के लोग मुआवजा देकर रिंग रोड का निर्माण कार्य सुरु करे हम किसानो को कोई आपत्ति नहीं है। अगर उचित मुआवजा नहीं मिला तो हम अपनी जान देदेंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे। महिला पंचायत में प्रमुख रूप से सत्यनारायण पटेल, शांती देवी, अमरावती, मालती, देवराजी, चंपा देवी, चंद्रावती देवी सहित दर्ज़नो की संख्या में महिला किसान शामिल थी। अध्यक्षता दीनानाथ तथा संचालन संतोष पटेल ने किया।
जानिए कब से चल रहा है असहयोग आंदोलन
किसानो द्वारा असहयोग आंदोलन काफी दिनों से चलाया जा रहा है, शुरुवाती दौर में पुरुष किसानो ने चालू किया था मगर धीरे धीरे इसकी कमान महिला किसानो ने भी थाम लिया।