बिना कनेक्शन बिजली बिल पहुंचा अस्सी हज़ार पार
बिजली विभाग की घोर लापरवाही का मामला प्रकाश में आया जहाँ पन्द्रह वर्ष से बगैर बिजली जलाये ही घर में रह रही विधवा महिला और बिल पहुँचा अस्सी हजार, महिला हुई आश्चर्यचकित।
नाबालिग बेटा मजदूरी करके परिवार का करता है भरण-पोषण,माँ करती है रसोईया का कार्य।
प्रधानंमत्री के संसदीय क्षेत्र के भटौली गाँव में रहने वाली देवी नामक विधवा महिला की जिसके पति गरीब मौर्या की मौत गत पन्द्रह वर्ष पूर्व ही हो गयी थी। पति के मौत पश्चात् विधवा महिला अपने बच्चे को लेकर अलग घर में रहने लगी, जिसमे अभी तक बिजली की कनेक्शन नही हुई है और न ही महिला ने अभी तक विभाग द्वारा कोई कनेक्शन लेने के लिए आवेदन भी किया है। गत दिनों बिजली विभाग के द्वारा विधवा महिला के घर उसके पति के नाम से 80 हजार रूपये की बिल पहुँच गयी बिल को देख वह दंग रह गयी।
महिला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया की जब तक हमारे पति जीवित थे तब कोई बिल नही आया और न ही वह किसी बिजली कनेक्शन के बारे में हमसे बताये थे। उन्होंने आरोप लगाया की हमारे जेठ रामसूरत ने हमारे पति के मौत हो जाने के बाद उनके नाम से फर्जी तरीके से बिल कनेक्शन ले लिया और हमे मालुम ही नही पड़ा। हमे जानकारी तब हुई जब हमारे यहाँ गत दिनों बिजली विभाग के द्वारा एक बिल आया जिसमे 80 हजार जमा करने की बात लिखी गयी थी।बिजली का बिल देख हमे बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया है।और तो और जब से हम अपने बच्चों को लेकर अलग घर में रहते है तब से लेकर आज तक मैंने बिजली कनेक्शन लिया ही नही न तो हमारे घर में कोई विधुत उपकरण जैसे टीवी,फ्रिज,पंखा,लाईट का भी उपयोग नही होता है परन्तु बिल भेज दी गयी। जब इस बाबत मेने विरोध किया तो वह गाली गलौज देते हुए मारपीट करने पर उतारू हो गए। पीड़ित देवी पत्नी स्वर्गीय गरीब मौर्या को एक बेटा अवनीश व दो बेटी सन्ध्या व रिंकी है। पैसे के अभाव में सबका पढ़ाई लिखाई बाधित हो गयी है।
पीड़ित महिला बिजली विभाग से गुहार लगायी है की उक्त विधुत कनेक्शन व बिजली का उपयोग कर रहे व्यक्ति का जॉच कर उचित कार्यवाही करे और हम गरीब का बिल माफ करे जो इसका उपयोग करते पाया जाय उससे बिल की वसूली की जाए।
इस बाबत पूर्वांचल विधुत वितरण निगम लिमिटेड के अधिशासी अभियन्ता का कहना है की यह मामला अति गम्भीर है, इस मामले की हमे कोई जानकारी नही थी, जाँच कर दोषी के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायेगी।