सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी वाराणसी के लाखों निवेशकों को नहीं हुई अबतक रकम अदा
वाराणसी। आज कचहरी स्तिथ शास्त्री घाट के वरुणा पुल पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए P.A.C.L पीड़ित निवेशकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई।
निवेशकों ने अपने सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री से अपील करते हुए उनका ध्यान इस प्रदर्शन के जरिए पी ए सी एल द्वारा 5 करोड़ 85 लाख निवेशकों की रकम को अदा किए जाने के संदर्भ में खींचने की कोशिश की हैं।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को सेवानिवृत्त सीजेआई आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी से कहा था कि P.A.C.L की संपत्तियों को नीलाम करके 6 माह में लोगों काे ब्याज सहित भुगतान करें।
सेबी के आकलन के अनुसार पीएसीएल की 1.86 लाख कराेड़ रुपए की संपत्ति है, जाे निवेशकों की जमा राशि की तुलना में 4 गुना है।
पीएसीएल कंपनी की योजनाओं को अवैध मानते हुए सेबी ने 22 अगस्त 2014 को कंपनी के कारोबार बंद कर दिए थे।
जिसके चलते निवेशकों की पूंजी कंपनी के पास जमा रह गई। इसके बाद कंपनी व सेबी के बीच सुप्रीम कोर्ट में केस चला और सेबी जीत गई। फ़िर निवेशकों को आशा की एक किरण मिली थी।
पर कोर्ट के आदेशों की नज़रअंदाज़गी से आक्रोशित निवेशक पर्ल्स ग्रुप को 6 महीने में पैसा वापस करने का आदेश देने के संदर्भ में अपनी बातों को रखते हुए शास्त्री घाट पर इकट्ठा हुए। जिसमें उन्होंने विशाल धरना प्रदर्शन किया।
वाराणसी जिले से लगभग 5 लाख निवेशक हैं जिनका पैसा पर्ल्स ग्रुप में लगा हुआ है। इन निवेशकों की मांग है कि हमारी मांगे पूरी करते हुए सरकार हमारे पैसों को कंपनी द्वारा अदा करवाएं।
आज के कार्यक्रम के संरक्षक रामपाल, पूर्वांचल अध्यक्ष बसंत विश्वकर्मा, धर्मराज पटेल, चंद्रदेव पाल, उर्मिला विश्वकर्मा, काशी नाथ पटेल, अजीत गुप्ता, इत्यादि लोग धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से शामिल रहे।
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