बूँद-बूँद पानी के लिए तरस रहे लोग, प्रशासन बेसुध

बूँद-बूँद पानी के लिए तरस रहे लोग, प्रशासन बेसुध

भदोही। कालीन नगरी के कजियाना मोहल्ले की डेढ़ हजार आबादी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है। लोगों के घरों में लगे निजी पंप अथवा दूसरे मोहल्लों से पानी ढो कर लाना पड़ रहा है। यह लगा बहुत समय से एक मात्र हैंडपंप लंबे समय से खराब चल रहा है,अब समर्सिबल पंप ने भी जवाब दे दिया है,जिससे वहां के लोगो में पानी के लिए हाहाकार मच गया हैं।

आप को बता दे कि इसकी आबादी करीब डेढ़ करोड़ रहा है। मुख्य रोड पर मजार के पास एक हैंडपंप लगा है। यह हैंडपंप गर्मी शुरू होने से पहले से ही खराब हो गया था। वहां के लोगों ने कई बार शिकायत किया। लेकिन उसका मरम्मत नहीं कराई गया। नगर पालिका केे समर्सिबल पंप से जलापूर्ति होने से खास दिक्क्त नहीं होती थी। अब समर्सिबल पंप भी खराब हो गया है। जिसके चलते कालीन नगरी के कजियाना मोहल्ले में पानी की समस्या गंभीर हो गई है। लोगों को दूसरे दूरदराज गाँव से पानी ढोना पड़ रहा है। वार्ड की सभासद जरीना बानो बोला कि हैंडपंप और सबमर्सिबल पंप खराब हो गए हैं। बिजली की कटौती भी खूब हो रही है। ऐसे में लोगों को पानी के संकट से जूझना पड़ेगा। शुक्रवार से मुकद्दस रमजान शुरू हो रहा है।

हालांकि जरीना बानो ने कहा कि बिजली रहने पर निजी पंपों के सहारे लोगों का काम चल जाता है। लेकिन बिजली न रहने पर दूसरे मोहल्लों में लगे हैंडपंपों पर कतार लगा कर लोगों को पानी ढोना पड़ेगा। मोहल्ले के कई लोगों वसीम उल्लाह, वामिक सिद्दीकी, चांदबाबू खां, अतीक खां आदि का कहना है कि इबादत के महीने में पानी नहीं मिलेगा तो मुश्किल होगी।अगर लोग पूरा दिन पानी ढोते रहेंगे तो रमजान की इबादत कब करेंगे। हमारे देश मे पानी के लिए डेढ़ हजार आबादी को कितनी मुश्किल का सामना करना पढ़ रहा हैं।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.