शहर में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, प्रशासन और दुकानदारों में जमकर हुई नोकझोंक

शहर में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, प्रशासन और दुकानदारों में जमकर हुई नोकझोंक

वाराणसी: गोदौलिया से मैदागिन तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया है। इस दौरान अवैध निर्माण को जेसीबी से जमीदोज किया गया है। अतिक्रमण ढहाने को लेकर दुकानदार व टीम के सदस्यों में नोकझोंक भी हुई है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि फिर यहां पर अतिक्रमण मिलता है तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जायेगी। तो क्या सीएम योगी के अधिकारी अब लेंगे इनसे इस्तीफा, 31 मार्च को खत्म हो जायेगी प्रोजेक्ट को पूरा करने की मियाद काशी की प्रमुख समस्या में से एक सड़क जाम है।

सड़के पहले से ही संकरी है और अतिक्रमण के चलते इन पर चलना कठिन हो जाता है। सबसे अधिक दिक्कत गौदोलिया से लेकर मैदागिन तक की सड़क पर होती है। शहर की सबसे अधिक भीड़ इसी सड़क पर मिलती है और अतिक्रमण के चलते वाहनों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता है। शुक्रवार को इसी सड़क को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए अभियान चलाया गया है।

दुकानदारों और पुलिस अधिकारियो में हुई नोकझोक

दुकानदारों ने नाली के उपर कब्जा कर लिया था और अतिक्रमण करके होर्डिंग्स लगायी थी। अधिकारियों ने जेसीबी के जरिए नाली पर किये गये अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया है और होर्डिंग्स भी ढहायी गयी है। इसके चलते कई बार दुकानदारों व पुलिस अधिकारियों में नोकझोंक भी हुई है लेकिन पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स होने के चलते लोग अधिक विरोध नहीं कर पाये हैं।

पूर्व सरकारों में भी जारी हुआ था फरमान

सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर पूर्व यूपी सरकारों ने फरमान जारी किया था कि यदि अतिक्रमण मिलता है तो संबंधित पुलिस थाने के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इसके बाद भी ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती है जिनके इलाके से अतिक्रमण हटाया जाता है। सोचने वाली बात यह है की आखिर हर बार अतिक्रमण दोबारा कैसे आ जाता है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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