पीएम मोदी ने बताया क्यों काशी में बसते है गुरु, बताया 5000 वर्ष पुरानी सभ्यता का महत्व
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के केन्द्रो में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2018 के ग्रैंड फिनाले में युवाओ से सीधा संवाद किया। इसी क्रम में गुरूवार शाम प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बीएचयू के छात्र-छत्रो से सीधी बात की।
प्रधानमंत्री ने छात्रों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की छात्रों से बातचीत के दौरान पीएम ने उनसे पूछा कि काशी में रहकर गंगा और उसके अन्य सहायक नदियों के संरक्षण के लिए प्रतिभागियों की क्या फ्यूचर प्लानिंग है? इस मौके पे वाराणसी में मानव संस्धान विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह, सयुक्त सचिव डॉक्टर एसएस संधू और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर राकेश भटनागर भी मौजूद रहे।
बोस्टन में भी है काशी
उन्होंने विद्यार्थियों को काशी की 5000 साल पुरानी सभ्यता की महत्ता समझाने हुए कहा कि बोस्टन की एक गली का नाम काशी है और वहां के निवासियों को‘गुरु’कहा जाता है, क्योंकि काशी में ज्ञानी बसते हैं और यहां ज्ञान और गुरु की प्राचीन परंपरा है क्योंकि काशी में सिर्फ ज्ञानी ही बसते है, इसी से आप काशी के प्रति लोगो के सम्मान का अंदाज़ा लगा सकते है। उन्होंने बीएचयू के महाराजा विभूति नारायण सिंह इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए 344 प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की।
काशी के लिए बनाये मोबाइल एप्लीकेशन
इसी विषय पे बात करते हुए पीएम ने छात्रों से कहा कि वह एक ऐसा एप्लीकेशन बनाये जो काशी आने वाले टूरिस्टों की मदद कर सकें और सिर्फ एक क्लिक पर उन्हें ना सिर्फ काशी की पूरी जानकारी मिल सके बल्कि चलते-चलते उसी एप्लीकेशन के बल पर सैलानी 5000 साल पुरानी काशी के इतिहास को भी जान सकें।