वाह पुलिस! वाराणसी में लावारिस बच्चो को मुफ्त पढ़ा रहे है ये पुलिसकर्मी

वाह पुलिस! वाराणसी में लावारिस बच्चो को मुफ्त पढ़ा रहे है ये पुलिसकर्मी

वाराणसी: वैसे तो सामान्यत लोग कहते है की कभी – कभी पुलिस को देखकर सुरक्षा से ज्यादे असुरक्षा महसूस होती है। और कई वजहो से हमारे मन में पुलिस की एक नकरात्मक छवि बनी हुयी है।

लेकिन इस छवि को सुधारने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है, वाराणसी पुलिस के द्वारा जिनके द्वारा किया गया कार्य ऐसा है, जो खाकी वर्दी के प्रति लोगो की सोच बदलने का काम कर रहा है।

किसी की नकरात्मक छवि बना देना बहुत ही आसान है पर किसी का असली स्वभाव जानना बहुत ही मुश्किल है, कुछ पुलिसकर्मियो के किये जाने वाले कार्यो के द्वारा समाज में पुलिस की गलत छवि बन गयी है। पर यदि आपको पुलिस का सकरात्मक चेहरा देखना है, तो आपको वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर आना होगा। यहाँ पर जीआरपी थाने के बगल में एक खाली पड़े कमरे को पुलिस वालों ने स्कूल का रूप दे दिया है, और इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी कोई आम नहीं बल्कि स्टेशन और आसपास के क्षेत्रों में लावारिस जिंदगी जीने वाले बच्चे हैं।

जानिये कैसे शुरू हुआ यह बेहतरीन स्कूल
सीओ विमल कुमार श्रीवास्तव के प्रयास पर जनवरी 2018 से शुरू हुए इस खास स्कूल में इस वक्त 25 से ज्यादा ऐसे बच्चे हैं, जो स्टेशन और आसपास के क्षेत्रों में घूमकर चोरी करते थे। या फिर अन्य तरह के अपराधों में लिप्त रहते थे। इस प्रकार के प्रयास से इनके जीवन को एक नयी उम्मीद मिलने की आशा है।

दरोगा विनोद कुमार का कहना है कि अपने बिजी शेड्यूल में से कुछ वक्त निकालकर इन बच्चों को पढ़ाने से एक सुकून मिलता है क्योंकि सख्ती के अलावा अगर किसी अपराध में लिप्त व्यक्ति या बच्चे को पढ़ाई से जोड़ा जाए तो अपराध भी कम होता है और ऐसे लोगों की जिंदगी में सुधार भी देखने को मिलता है। पुलिस द्वारा किया जा रहा यह कार्य वाकई सराहनीय है, और हम उम्मीद करते है भविष्य में ऐसे कई अन्य घटनाये देखने को मिलेंगी जिससे पुलिस का सकरात्मक चेहरा लोगो के सामने आ सकेगा।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.