बनारस पहुंचे प्रवीण तोगड़िया का भाजपा पर हमला
वाराणसी: मंगलवार को बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया पहुंचे और उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा।
राम मंदिर भी था मात्र चुनावी जुमला
प्रवीण तोगड़िया ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि राम मंदिर का निर्माण यदि भाजपा चाहती तो संसद में कानून बनाकर करा सकती थी पर उनका लाभ तो सिर्फ राम मन्दिर के नाम पर वोट लेना ही था। जिस तरह से भाजपा द्वारा वोट के लिए 15 लाख रुपए देने का चुनावी जुमले का उपयोग किया गया था ठीक वैसे ही राम मंदिर भी मात्र चुनावी जुमला था।
राम मंदिर के नाम पर ले रहे हिंदुओ का वोट
इन सबके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरदार पटेल के नाम पर राजनीति की जा रही है उनके पुतले बनाए जा रहे है अगर यह वास्तव में उनको मानते तो जिस प्रकार से उनके द्वारा देश आजाद होने के तीन साल के भीतर सोमनाथ मंदिर का निर्माण प्रारम्भ करा दिया गया था। ठीक उसी तरह से राम मंदिर का निर्माण भी भाजपा द्वारा कराया जाना चाहिए था पर यह तो हिंदुओ का वोट राम मंदिर के नाम पर बटोर रहे हैं।
हिन्दू स्वयं को महसूस कर ठगा हुआ
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि यदि यह सरकार प्रामाणिक होती तो संसद में कानून तभी बना दिया होता जब साढ़े चार वर्ष पूर्व यह सत्ता में आई थी अगर ऐसा होता तो अब तक तो श्रीराम का मंदिर अयोध्या में बन भी गया होता। उनको मंदिर का निर्माण करना ही नहीं था क्योंकि उनकी यह इच्छा ही नहीं थी। इनका शासन अयोध्या से लेकर दिल्ली तक फैला हुआ है मगर फिर भी ये अपना वादा पूर्ण नहीं कर सके हैं। स्वयं को आज हिन्दू ठगा हुआ सा महसूस कर रहे है। देश की जनता का अब नारा है यदि राम मंदिर नहीं तो भाजपा को हिन्दुओं का वोट नहीं।
फ्लाइट को जानबूझकर कराया गया लेट
बनारस में एक कार्यक्रम होना था प्रवीण तोगड़िया का जो की बाद में स्थागित भी हो गया। इस संबंध में जब पत्रकारों ने सवाल किया तो शासन सत्ता पर आरोप लगाते हुए पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती द्वारा कहा गया कि प्रवीण तोगड़िया की फ्लाइट को जानबूझकर लेट कराया गया। पीएम के संसदीय क्षेत्र में जिससे वह न जा सके। वाराणसी एयरपोर्ट से ही प्रवीण तोगड़िया मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए। वहीं वह अब लखनऊ मिर्जापुर में कार्यक्रम में भाग लेने के बाद रवाना होंगे।