वाराणसी: 25 से 27 नवंबर तक होगी धर्म संसद
वाराणसी: काशी के सीरगोबर्धन गांव में आगामी 25 से 27 नवंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। सोमवार को इस ऐतिहासिक सनातन वैदिक हिंदू परम धर्म संसद के अस्थायी भवन निर्माण काम शुरू हुआ। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जो कि धर्म संसद के संयोजक है ने इसका शुभारंभ किया।
सपत्नीक भूमि पूजन हुआ संपन्न
हम आपको बताते चले कि सपत्नीक भूमि पूजन आचार्य पं.वीरेश्वर दातार के आचार्यत्व में पं.जयंतुजय शास्त्री ने संपन्न किया। इस दौरान चारों वेद का सस्वर पाठ पं.अमित दीक्षित सहित पं.बालेंदु नाथ मिश्र व पं.दीपेश शास्त्री द्वारा किया गया।
सनातन धर्म गुजर रहा है संक्रमण के काल से
इस मौके पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि सनातन धर्म आज के समय में संक्रमण के काल होकर गुजर रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं अनवरत प्रहार सनातनी मूल्यों एवं परंपराओं पर किए जा रहे हैं। संतों का सबसे पहला दायित्व है धर्म की रक्षा करना। सनातनी जनता का पथ प्रदर्शन सहित धर्म की रक्षा संत समुदाय ही कर सकता है। यह ऐतिहासिक धर्म संसद होगी। सिर्फ इतना ही नहीं सनातनधर्म के उत्थान में यह मील का पत्थर सिद्ध होगी।
भूमि पूजन के बाद धर्म सभा को किया गया संबोधित
बता दे कि आयोजित धर्म सभा को भूमि पूजन के बाद आचार्य पं.वशिष्ठ त्रिपाठी सहित शेष नारायण द्विवेदी और डॉ.श्रीप्रकाश मिश्र, रमाकांत पांडेय, रामकिशोर त्रिपाठी द्वारा संबोधित किया गया। इस दौरान शामिल रहे लोगों में मुख्य रूप से सदानंद तिवारी सहित केएन राय, ग्रामप्रधान कुसुमलता यादव, धर्मसंसद के प्रेस मंत्री संजय पांडेय, सुनील शुक्ला, हरिनाथ दुबे, सुनील उपाध्याय भी मौजूद रहे।