शहर में अधिकारियो के खिलाफ लामबंद हुए सफाई कर्मचारी, लगाया ये बड़ा आरोप
वाराणसी: आज शहर में विकास भवन के बाहर हांथो में झाड़ू लिए सैकड़ो की संख्या में सफाई कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कर्मचारियों ने अतिरिक्त ड्यूटी के साथ अधकारियों के द्वारा शोषण का भी आरोप लगाया है।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब भी शहर में प्रधानमंत्री, सीएम योगी या फिर कोई अन्य वीवीआईपी आता है तो शहर को चमाचम करने का सिलसिला शुरू हो जाता है और इसके लिए सफाई कर्मचारियों से दिन-रात काम लिया जाता है, जिससे शहर साफ़-सुथरा दीखता है पर इसके बदले सफाई कर्मचारियों को अतिरिक्त कार्य करने के लिए कोई भुगतान नहीं दिया जाता है।
इसके आलावा कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारी सफाई कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं और सरकारी ड्यूटी के नाम पर अधिकांश कर्मचारी या तो अधिकारियों के बंगले पर ड्यूटी दे रहे हैं या फिर उनके बच्चों को संभाल रहे हैं।
अतिरिक्त ड्यूटी का नहीं मिलता कोई मानदेय
अनुसूचित जाति जनजाति सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार का कहना है कि उच्च अधिकारी सिर्फ हमारा शोषण कर रहे हैं। क्योंकि जब भी शहर में किसी वीआईपी आगमन होता है, तो सफाई कर्मचारियों से सुबह से शाम तक शहर के अलग-अलग इलाकों में साफ सफाई कराई जाती है। जिसके लिए सफाई कर्मी वक्त नहीं देखते और दिन रात काम करते रहते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि हमें कहा ड्यूटी करनी है इसका कोई लिखित आदेश भी नहीं दिया जाता है।
निजी काम करवाते है अधिकारी
कृष्ण कुमार ने बताया कि, उच्च अधिकारी तानाशाही रवैया अपनाते हुए हमसे अपने निजी काम करवाते है और कुछ तो अपने बच्चो की देखभाल का काम भी सफाई कर्मचारियों से करवाते है। जोकि बिलकुल ही नियमो के विरूद्ध है और बात न मानने पर डीपीआरओ बेवजह कई कर्मचारियों को सस्पेंड कर उनका शोषण करते है, जिसके विरोध में हम यहाँ धरना प्रदर्शन कर रहे है।