फिर से मोदी सरकार पे बरसे अजय राय, लगाया काशी की पारम्परिक छवि को ध्वस्त करने आरोप
वाराणसी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक अजय राय ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि समूची काशी शिवस्वरूप है और कशी का गंगा के साथ रिश्ता ऐसा है मानो खुद विश्वनाथ जी के पांव धोने जैसा है। जो गंगा मां और बाबा के पांव पखारें, अर्थात्न काशी और गंगा के साथ रिश्ता रखे उन्हें बाबा के दर्शन करने से रोककर सरकार क्या सन्देश देना चाहती है।
हाल ही में सरकार ने अपने एक वक्तव्य में कहा है कि बाबा विश्वनाथ को गंगा दर्शन कराने के नाम पर सैकडों हेरिटेज भवन उजाड़े जाने हैं उन्होंने कहा है कि गंगा के पास का मार्ग चौड़ा बनाने हेतु पुराने एवम जर्जर भवन नहीं गिराए जाने चाहिए क्योंकि इन भवनों से काशी की संस्कृति दिखाई पड़ती है साथ ही इससे बाबा विश्वनाथ की सुरक्षा पर विपरीत असर पड़ेगा।
फैसले से नाखुश है काशी की जनता
उन्होंने कहा है की सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए अन्यथा वह माननीय नागरिगों की मदद से बड़ा जन आंदोलन करेंगे यह फैसला न केवल शास्त्र में है न दर्शन के अनुसार है यह फैसला काशी विश्वनाथ एवं माँ गंगा दोनों की मर्यादा के विरूद्ध और अपमानपूर्ण है, न तो धर्माचार्य न ही जनता इस फैसले से खुश है।
उन्होंने कहा की गंगा की तरफ मार्ग चौड़ा किये जाने की बात बुद्धिमत्तापूर्ण नहीं है गंगा और काशी की सुरक्षा के लिए भी यह योजना उपयुक्त नहीं है काशी को विकास एवं रोजगार की नयी संस्थायें देने में पूर्ण विफल भाजपा सरकार विश्वनाथ जी के नाम पर काशी को गुमराह कर रही है लोगों के परमपूज्य और काशी के संरक्षक बाबा विश्वनाथ जी को गंगा दर्शन कराने हेतु काशी के पारम्परिक एवं सांस्कृतिक छवि वाले भवनों को ध्वस्त करना ठीक नहीं है अत: सरकार इसे तत्काल रोके नहीं तो बाबा के सम्मान में सत्याग्रह जनान्दोलन के लिए हम सब काशी के लोग बाध्य होंगे।