उम्रकैद सजा पर जमानत पर छूटे युवक पर ताबरतोड़ फायरिंग
हत्या के मामले में निचली अदालत से उम्रकैद की सजा प्राप्त और हाईकोर्ट से जमानत पर छूटे कैलाश यादव (39) को गोली मार दी गई। वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र में लेढ़ूपुर पॉवर हाउस के समीप बुधवार को बाइक सवार दो बदमाशों ने कैलाश पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कैलाश की हालत गंभीर बताई गई है। पुलिस ने मौके से नाइन एमएम की पिस्टल के दो खोखे बरामद किया है। कैलाश ने पुलिस को बताया कि उसे सारनाथ के लोहिया नगर के आशीष सिंह उर्फ सोनू ने गोली मारी है।
हमलावर मुन्ना बजरंगी का रिश्तेदार
सोनू को बागपत जेल में मारे गए मुन्ना बजरंगी का रिश्तेदार बताया गया है। वारदात की वजह आशीष के पिता अशोक सिंह की हत्या का बदला लेना बताई गई है। चौबेपुर थाना अंतर्गत नरायनपुर गांव निवासी कैलाश यादव बुधवार की शाम बाइक से आशापुर से अपने घर जा रहा था। कैलाश के अनुसार लेढ़ूपुर पॉवर हाउस के समीप पीछे से आए बाइक सवार आशीष सिंह और उसके साथी ने ओवरटेक कर रोक लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दोनों संदहा की ओर भाग निकले।
गोली चलने की आवाज सुनकर घटनास्थल के समीप मौजूद लोग भाग कर मौके पर आए और पुलिस को सूचना देते हुए कैलाश को नजदीक स्थित निजी अस्पताल में ले गए जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों के अनुसार कैलाश के पेट और पीठ में बाएं तरफ चार गोली लगी है। सूचना पाकर मौके पर सारनाथ के अलावा कैंट और चौबेपुर थाना की फोर्स के साथ सीओ कैंट और एसपी सिटी पहुंचे।
सीसीटीवी पर दर्ज हुआ वारदात
पुलिस घटनास्थल के समीप स्थित एक निजी स्कूल की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर बदमाशों की तस्दीक कर उनकी धरपकड़ के प्रयास में जुटी है। इस संबंध में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि पुरानी रंजिश में कैलाश को गोली मारी गई है। उसके बयान के आधार पर आरोपी आशीष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीम लगाई गई है।
सपा नेता पहुंचे ट्रॉमा सेंटर, की गिरफ्तारी की मांग
गोली लगने से कैलाश के घायल होने की जानकारी पाकर सपा जिलाध्यक्ष डॉ. पीयूष यादव, महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कैलाश अजगरा विधानसभा के पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं।
कैलाश के ऊपर हमला करने वालों को पुलिस जल्द गिरफ्तार करे। कैलाश यादव पूर्व में नरायनपुर गांव से बीडीसी और प्रधान का चुनाव भी लड़ चुका है। उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, दलित उत्पीड़न, धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चौबेपुर में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
सात साल पहले हुई थी अशोक सिंह की हत्या
आजमगढ़ जिले के मूल निवासी और सारनाथ के लोहिया नगर में मकान बनवा कर रहने वाले अशोक सिंह की हत्या अगस्त, 2011 मेें चौबेपुर थाना के उमरहां बाजार में गोली मार कर की गई थी। अशोक उमरहां बाजार में जमीन खरीद-फरोख्त संबंधी काम करने के लिए अपना कार्यालय खोले हुए थे।
वारदात को लेकर अशोक के बेटे आशीष ने कैलाश यादव सहित तीन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में 2017 में कैलाश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। सजा के खिलाफ कैलाश ने हाईकोर्ट मेें अपील की और तीन महीनेे पहले वह जमानत पर जेल से बाहर आया था।
चुनाव लड़ चुके कैलाश को गोली मारे जाने की थी आशंका
कैलाश यादव पूर्व में नरायनपुर गांव से बीडीसी और प्रधान का चुनाव भी लड़ चुका है। उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, दलित उत्पीड़न, धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चौबेपुर में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। कैलाश के अनुसार उसे आशंका थी कि आशापुर से ही उसका पीछा किया जा रहा है।
हेलमेट पहन कर बाइक चला रहे कैलाश ने परिजनों को कॉल कर बताया भी था कि उसका पीछा किया जा रहा है और लग रहा है कि गोली मारी जाएगी। हालांकि जब तक वो सुरक्षित अपने ठिकाने पहुंचता तब तक उस पर जानलेवा हमला हो चुका था।